बिहार में जैसे-जैसे 2025 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राज्य की सियासत में हलचल तेज होती जा रही है। राजनीतिक दल अपनी चुनावी तैयारियों को धार दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ नेताओं के लिए ‘सुरक्षित ठिकाने’ की तलाश भी तेज हो गई है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता स्व. पीताम्बर पासवान की पुत्रवधू प्रीति राज सोनी ने भाजपा का दामन थाम लिया है।

प्रीति राज सोनी ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई और स्वागत करते हुए शुभकामनाएं दीं।
Quick Highlights
- नेता का नाम: प्रीति राज सोनी
- पूर्व राजनीतिक पहचान: आरजेडी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद स्व. पीताम्बर पासवान की पुत्रवधू
- नवीन राजनीतिक घराना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
- कार्यक्रम स्थल: भाजपा प्रदेश कार्यालय, पटना
- मुख्य स्वागतकर्ता: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल
- प्रीति राज का संकल्प: पार्टी द्वारा सौंपे गए दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन
डेटा बॉक्स: प्रीति राज सोनी का राजनीतिक सफर
बिंदु | विवरण |
---|---|
पूर्व दल | राष्ट्रीय जनता दल (राजद) |
नया दल | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
पारिवारिक पृष्ठभूमि | स्व. पीताम्बर पासवान (पूर्व सांसद और प्रदेश अध्यक्ष, राजद) की पुत्रवधू |
दल बदल की समयावधि | बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले |
स्वागत आयोजन | भाजपा प्रदेश कार्यालय, पटना |
कौन हैं प्रीति राज सोनी?
प्रीति राज सोनी बिहार की राजनीति में एक प्रतिष्ठित परिवार से आती हैं। वे आरजेडी के कद्दावर नेता स्वर्गीय पीताम्बर पासवान की पुत्रवधू हैं, जिन्होंने लंबे समय तक बिहार की राजनीति में प्रभावी भूमिका निभाई थी। प्रीति राज के भाजपा में शामिल होने को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे न सिर्फ आरजेडी को सामाजिक समीकरणों के स्तर पर नुकसान हो सकता है, बल्कि भाजपा को एक अनुभवी राजनीतिक परिवार से जुड़ाव का लाभ भी मिल सकता है।
भाजपा में स्वागत और विचारधारा से जुड़ाव
प्रीति राज सोनी के पार्टी में शामिल होने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा,
“भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी सोच वाली पार्टी है जो जनता के कल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित है। आज हर वर्ग का भाजपा पर विश्वास बढ़ रहा है। प्रीति राज के शामिल होने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी।”
वहीं, प्रीति राज सोनी ने कहा कि,
“पार्टी जो भी दायित्व और जिम्मेदारी सौंपेगी, उसे मैं अपनी पूरी कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से निभाऊंगी। भाजपा की विचारधारा और नेतृत्व में विश्वास जताते हुए मैं समाज और राज्य के विकास में योगदान देना चाहती हूं।”

राजनीतिक विश्लेषण: तेजस्वी यादव के लिए चिंता का संकेत?
प्रीति राज सोनी जैसे नेताओं का पार्टी छोड़ना राजद के लिए एक बड़े खतरे की घंटी है। यह महज एक व्यक्तिगत फैसला नहीं, बल्कि यह बताता है कि राजद की आंतरिक संरचना में असंतोष गहराता जा रहा है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि:
- तेजस्वी यादव की नेतृत्व क्षमता पर कुछ पुराने नेताओं का भरोसा कम होता जा रहा है।
- पारंपरिक समर्थन वाले समाजों में भाजपा अपनी पैठ गहरी करने की कोशिश कर रही है।
- विधानसभा चुनाव से पहले ऐसे ‘छोटे लेकिन प्रतीकात्मक’ झटके विपक्ष के मनोबल को प्रभावित कर सकते हैं।
बिहार की सियासी जमीन तेजी से बदल रही है और छोटे-छोटे घटनाक्रम भी चुनावी समीकरणों पर बड़ा असर डाल सकते हैं।