आरा के श्री कृष्ण चेतना समिति सभागार में लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पासवान ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातीय जनगणना कराने के निर्णय पर पार्टी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लोजपा के साथ-साथ भारत के प्रत्येक वर्ग की लंबे समय से चली आ रही मांग का परिणाम है।
जातीय जनगणना की ऐतिहासिक आवश्यकता
राजेश्वर पासवान ने बताया कि 1931 में आखिरी बार जातीय जनगणना कराई गई थी, जिसके बाद 2011 में मनमोहन सिंह की सरकार ने जातीय जनगणना की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन उस समय सरकार की नियत साफ नहीं थी और जातीय सर्वे को सार्वजनिक नहीं किया गया। इस बीच, दिवंगत नेता रामविलास पासवान जी ने लगातार जातीय जनगणना की आवश्यकता को महसूस किया और समय-समय पर इसकी मांग उठाई। उन्होंने बताया कि माननीय चिराग पासवान जी, जो वर्तमान में लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, ने भी कई बार जातीय जनगणना की मांग की थी।
“नीतीश कुमार की सरकार में रहते हुए भी चिराग पासवान जी ने जातीय गणना कराने के निर्णय का समर्थन किया था। आज जो जातीय जनगणना कराने का निर्णय केंद्र सरकार ने लिया है, वह हमारे नेता चिराग पासवान और देश की जनता की लम्बे समय से चली आ रही मांग का ही परिणाम है,” राजेश्वर पासवान ने प्रेस वार्ता में कहा।

विपक्ष की आलोचना, एनडीए सरकार का समर्थन
जिलाध्यक्ष ने इस दौरान विपक्षी पार्टियों की आलोचना की, जिनके बारे में उनका कहना था कि वे सिर्फ ढिंढोरा पीटती हैं और कोई ठोस कदम नहीं उठातीं। राजेश्वर पासवान ने कहा,
“केंद्र में कई दशक तक यूपीए सरकार रही, लेकिन किसी ने जातीय जनगणना पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर फैसला लिया है, वह बधाई के पात्र हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी और एनडीए सरकार के नेतृत्व में जातीय जनगणना के माध्यम से भारत के हर वर्ग को समाज में सही हिस्सेदारी मिलेगी और हर समुदाय का सर्वांगीण विकास होगा।
समाज के प्रत्येक वर्ग के हित में निर्णय
राजेश्वर पासवान ने यह भी कहा कि जातीय जनगणना के परिणामस्वरूप, जिन समुदायों की संख्या अधिक है, उन्हें उचित हिस्सेदारी मिल सकेगी। यह कदम न केवल सामाजिक न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है, बल्कि राष्ट्रहित में भी एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इस निर्णय से भारत के प्रत्येक न्यायप्रिय नागरिक को लाभ होगा।
“हम लोजपा (रामविलास) की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, चिराग पासवान जी और एनडीए के सभी शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद और आभार प्रकट करते हैं। यह निर्णय हमारे देश के सभी वर्गों के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”
आभार और समर्थन
प्रेस वार्ता के दौरान राजेश्वर पासवान के साथ पार्टी के कई प्रमुख नेता भी उपस्थित थे, जिनमें सुरेंद्र आजाद, प्रदेश सचिव, यादव रामसकल सिंह, भोजपुरिया, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रो विजय सिंह, संतोष पासवान (प्रदेश महासचिव, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ), मनोज पासवान (जिला अध्यक्ष, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ), विकास सिंह (जिला अध्यक्ष, छात्र प्रकोष्ठ), प्रमोद कुमार पासवान (जिला अध्यक्ष, लेबर सेल), और वीरमणि सिंह सहित अन्य नेता शामिल थे।
जातीय जनगणना का निर्णय भारत के विकास और समाज में समानता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। लोजपा (रामविलास) की ओर से इस निर्णय का स्वागत किया गया है, और पार्टी का मानना है कि यह कदम सामाजिक न्याय और देश के हर नागरिक के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक था। अब यह सरकार का दायित्व बनता है कि वह इस जनगणना के आंकड़ों का सही तरीके से विश्लेषण कर, हर वर्ग को समान अवसर देने की दिशा में कार्य करे।