जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। आतंकियों ने बैसरन इलाके में पर्यटकों के एक समूह पर घात लगाकर फायरिंग की, जिससे यह खूबसूरत हिल स्टेशन अचानक नरसंहार स्थल में बदल गया।
पीएम मोदी ने सऊदी दौरा बीच में छोड़ा, एयरपोर्ट पर ही बुलाई आपात बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस वक्त सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा पर थे। जैसे ही उन्हें हमले की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल अपना दौरा रद्द कर भारत लौटने का निर्णय लिया। दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ आपातकालीन बैठक की। बैठक में हमले की जानकारी ली गई और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन पर बातचीत कर हालात की विस्तृत जानकारी ली और निर्देश दिए। पीएम मोदी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और इस बर्बर हमले का करारा जवाब दिया जाएगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने किया घटनास्थल का दौरा, आतंकियों को सख्त चेतावनी
प्रधानमंत्री के निर्देश पर गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंचे और खुद पहलगाम में आतंकी हमले वाली जगह का दौरा किया। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद अमित शाह ने कहा:
“पहलगाम के आतंकी हमले में अपनों को खोने का दर्द हर भारतीय को है। इस दुःख को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। मैं पूरे देश को विश्वास दिलाता हूं कि मासूम लोगों को मारने वाले आतंकियों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा।”
अमित शाह ने सुरक्षाबलों को निर्देश दिया कि आतंकियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाकर उन्हें जल्द से जल्द निष्क्रिय किया जाए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्थगित किया असम दौरा
हमले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस सप्ताह के आखिर में प्रस्तावित अपना असम दौरा स्थगित कर दिया है। राष्ट्रपति भवन से जारी एक पत्र में बताया गया कि हमले के कारण असम यात्रा फिलहाल रद्द की गई है, जिसे बाद में पुनर्निर्धारित किया जाएगा। राष्ट्रपति को गुरुवार शाम गुवाहाटी पहुंचना था और शुक्रवार को आधिकारिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेना था।
रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुखों के साथ की बैठक, सेना को अलर्ट पर रहने के निर्देश
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख, रक्षा सचिव और सैन्य अभियान महानिदेशक शामिल हुए।
राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों को युद्ध स्तर पर तैयार रहने और आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज करने के निर्देश दिए। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है।
“मैंने अच्छे कर्म किए होंगे तभी बची” – आतंकी हमले से बाल-बाल बची नेहा वाघुलाडे
इस भीषण हमले के बीच महाराष्ट्र के जलगांव की रहने वाली और ‘आकाशवाणी’ में अंशकालिक उद्घोषक के रूप में कार्यरत नेहा उर्फ किशोरी वाघुलाडे ने चमत्कारिक रूप से अपनी जान बचाई। वह भी पर्यटक समूह के साथ बैसरन में घूमने गई थीं। नेहा ने बताया कि अचानक गोलियों की आवाजें गूंजने लगीं और वहां भगदड़ मच गई। इस भयावह अनुभव के बाद नेहा ने कहा,
“मैंने जीवन में जरूर कुछ अच्छे कर्म किए होंगे, तभी आज जीवित हूं।”
देशभर में गुस्सा और दुख की लहर
पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है। आम नागरिकों से लेकर नेताओं तक ने इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की है। सभी ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त और निर्णायक कार्रवाई की मांग की है।
केंद्र सरकार ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर ऑपरेशन चलाया जाएगा और सुरक्षा नीति में भी जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं।