प्रदेश में बेमौसम हो रही शादियों के बीच एक अनोखा—और चौंकाने वाला—मामला सामने आया है, जिसने शादी के उत्साह को खामोशी में बदल दिया। रोहतास जिले के अगरेर थाना क्षेत्र के मोकर स्थित मैरिज हॉल में आयोजित एक शादी समारोह के दौरान जब दूल्हा और उसका साथी शराब के नशे में धुत होकर बारात लेकर पहुंचे, तो खूशी का माहौल अचानक तनावपूर्ण ड्रामे में बदल गया।
बारातियों के नशे में धुत पहुंचने से शादी तय रद्द
बता दें कि गया जिले के मुस्ताफाबाद से आई बारात में दूल्हा अभिषेक कुमार पांडेय और उसका मित्र कुमार ज्ञान शंकर शरीरिक और मानसिक रूप से नशे में चूर थे। शराब के स्पष्ट असर में वे समारोहस्थल पर अनियंत्रित हरकतें करने लगे। आसपास मौजूद लोग खौफजदा हो उठे और आनन—फानन में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं आयोजन संयोजक ने पुलिस को जानकारी दी।
पुलिस ने बरामद की शराब, तलाशी में मिली रॉयल स्टैग
अगरेर थाना प्रभारी धर्मेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने दूल्हे की टेस्टिंग कर पुष्टि की कि वह सार्वजनिक स्थल पर शराब पीकर आया था। बारात गाड़ी की तलाशी के दौरान उसमें रॉयल स्टैग ब्रांड की शराब की बोतल भी बरामद की गई। इस पूरे घटनाक्रम ने आयोजन में आये मेहमानों के होश उड़ा दिए।
दुल्हन पक्ष ने कर दिया विवाह अस्वीकार
जैसे ही इस खबर की जानकारी लड़की पक्ष को मिली, उन्होंने तुरंत विवाह से इनकार कर दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह “अपनी बेटी का भविष्य शराबी दूल्हे के साथ नहीं जोड़ सकते।” शादी रद्द होते ही हॉल में माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया।
गर्लफ्रेंड का खुलासा, सच्चाई से चौंका समारोह
उसी बीच, दूल्हे की पूर्व गर्लफ्रेंड भी समारोह स्थल पर पहुंच गई। उसने पुलिस और मौजूद परिजनों के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया कि अभिषेक पिछले कई वर्षों से उसे विवाह का झांसा देता रहा और दोनों का शारीरिक संबंध भी था। इसके बावजूद उसने दूसरी लड़की से शादी करने का निर्णय लिया था। इस खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया।
दोनों गिरफ्तार, जेल भेजे गए
घटने की गंभीरता को देखते हुए अगरेर थाना पुलिस ने दूल्हा अभिषेक कुमार पांडेय और उसके साथी कुमार ज्ञान शंकर को तत्काल गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। थाना प्रभारी धर्मेंद्र प्रसाद ने बताया कि यह कार्रवाई “अमर्यादित व्यवहार को रोकने और आयोजनों में नियम बनाए रखने” के उद्देश्य से की गई।
लोगों की प्रतिक्रिया और स्थानीय चर्चाएँ
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। स्थानीय जनमानस लड़की पक्ष के फैसले की सराहना कर रहा है, तो वहीं दूल्हे और उसके साथी की गैरज़िम्मेदाराना हरकतों की निंदा हो रही है। सामाजिक मंचों पर चर्चा है कि अगर समय रहते पुलिस और परिवार ने हस्तक्षेप न किया होता, तो एक मासूम लड़की का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता था।
शादी-ब्याह के मौसम में इस तरह के हाई-वोल्टेज ड्रामे से सबक मिलता है कि आयोजकों, परिवारों और स्थानीय प्रशासन को आयोजनों में सख्त सतर्कता बरतनी चाहिए, ताकि समारोह खुशियों का नहीं, बल्कि कर्बला पारिवारिक प्रतिष्ठा का कारण बने।