लंदन में बेकरी कर्मचारी और पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी सौरभ राजपूत हत्याकांड के आरोपियों साहिल शुक्ला और मुस्कान रस्तोगी को जेल भेजे जाने के बाद उनकी दिनचर्या में बदलाव देखने को मिल रहा है। जेल प्रशासन के मुताबिक, मुस्कान ने सिलाई-कढ़ाई सीखने की इच्छा जाहिर की है, जबकि साहिल ने खेती करने की अनुमति मांगी है।

हत्या की नृशंस वारदात और आरोपियों की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर चार मार्च को अपने पति सौरभ राजपूत की बेरहमी से हत्या कर दी थी। दोनों ने पहले सौरभ को चाकू से गोदा और फिर शव के टुकड़े कर उसे एक ड्रम में डालकर सीमेंट से सील कर दिया। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद इस जघन्य अपराध का खुलासा किया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अब मुख्य बैरक में किए गए शिफ्ट
शुरुआती जांच के दौरान साहिल और मुस्कान को अलग-अलग मुलाहिजा बैरकों में रखा गया था, लेकिन शनिवार, 29 मार्च को दोनों को मुख्य जेल में शिफ्ट कर दिया गया। अब साहिल को 18ए बैरक और मुस्कान को 12बी बैरक में रखा गया है।
इससे पहले, दोनों आरोपियों ने एक ही बैरक में रहने की इच्छा जताई थी, लेकिन प्रशासन ने उनकी इस मांग को अस्वीकार कर दिया।
नशे की लत से उबर रहे हैं दोनों आरोपी
सूत्रों के मुताबिक, जेल में आने से पहले साहिल और मुस्कान दोनों ड्रग एडिक्ट थे। हालांकि, अब उनकी स्थिति में सुधार देखा जा रहा है। वे नियमित दिनचर्या अपना रहे हैं, अखबार पढ़ रहे हैं, टीवी देख रहे हैं और जेल के अनुशासन का पालन कर रहे हैं।
नए कौशल सीखने की इच्छा
जेल प्रशासन द्वारा जब दोनों से पूछा गया कि वे जेल में कौन-सा काम करना चाहते हैं, तो मुस्कान ने सिलाई-कढ़ाई सीखने की रुचि जताई, जिसके तहत उसे कपड़े सिलने की ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं, साहिल ने खेती करने की इच्छा व्यक्त की। अब प्रशासन नियमों के अनुसार उन्हें यह सुविधाएं देने पर विचार कर रहा है।
परिवार का रुख: साहिल से मिलने आई नानी, मुस्कान से कोई नहीं मिला
इस हत्याकांड के बाद मुस्कान से मिलने अब तक उसका कोई परिवारजन जेल नहीं पहुंचा। वहीं, साहिल से उसकी नानी मिलने आईं, जो उसके लिए नए कपड़े और नमकीन लेकर आई थीं। साहिल की नानी ने सौरभ की हत्या पर दुख जताते हुए कहा, “मेरे नाती ने जो किया, वह बहुत गलत है। मैं सिर्फ उससे मिलने आई हूं।”
उन्होंने यह भी बताया कि साहिल दो तरह के नशे का आदी हो गया था – एक ड्रग्स का और दूसरा लड़की का।
अपराध के बाद अपराधबोध या रणनीति?
जहां एक ओर दोनों आरोपियों की दिनचर्या में बदलाव देखा जा रहा है, वहीं सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह वास्तविक सुधार है या कानूनी रणनीति का हिस्सा? जेल प्रशासन उनके व्यवहार पर लगातार नजर रखे हुए है। मेरठ हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया था। अब देखना यह होगा कि जेल में रहकर मुस्कान और साहिल का भविष्य क्या मोड़ लेता है।