आरा शहर के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में चल रहा पांच दिवसीय डिजिटल श्रीकृष्ण लीला महोत्सव अपने शिखर पर है। तीसरे दिन की प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को अध्यात्म, लोक संस्कृति और देशभक्ति की अनूठी अनुभूति कराई। मुरादाबाद से आए वैष्णवी कला मंच के कलाकारों ने अपनी जीवंत अभिनय कला से दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
समारोह का शुभारंभ: दीप प्रज्वलन से आस्था का आलोक
समारोह का उद्घाटन पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह, आईएमए भोजपुर के अध्यक्ष डॉ. पी. सिंह, महापौर इंदु देवी सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।
गणेश वंदना और सरस्वती वंदना से आरंभ इस महोत्सव का संचालन पर्यावरण प्रेमी आनंद कुमार ने किया, जबकि स्वागत भाषण आलोक अंजन और धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने प्रस्तुत किया।

वीरता का मंचन: बाबू वीर कुंवर सिंह की गाथा
तीसरे दिन की प्रस्तुति में 1857 की क्रांति के वीर योद्धा बाबू वीर बांकुड़ा कुंवर सिंह की जीवनगाथा का सजीव मंचन किया गया। कलाकारों ने त्याग, बलिदान और मातृभूमि के प्रति प्रेम की अद्भुत मिसाल को मंच पर उतार कर श्रद्धालुओं को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
झांकियाँ और बाललीलाएं: अध्यात्मिक रस से सराबोर
इसके पश्चात शिव बारात और तिरुपति बालाजी की झांकी ने दर्शकों को आत्मिक आनंद प्रदान किया।
विशेष आकर्षण रही “माटी लीला”, जिसकी 22 मिनट 55 सेकंड लंबी प्रस्तुति में मिट्टी और श्रीकृष्ण के बाल रूप की मासूमियत को अद्वितीय रूप से प्रस्तुत किया गया।
अन्य प्रमुख लीलाएँ:
- माखन लीला
- फल लीला
- बांसुरी लीला
- गोपी चोर लीला
- नटखट नंदकिशोर की अद्भुत झलकियाँ
इन सभी प्रसंगों ने श्रद्धालुओं को देर रात तक बाँधे रखा। पुरुषों से लेकर महिलाओं तक हर वर्ग मंत्रमुग्ध होकर झूमता रहा।
श्रद्धालुओं की भीड़ और सम्मान समारोह
श्रीकृष्ण लीला समिति के अध्यक्ष प्रेम पंकज उर्फ ललन ने बताया कि प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु महोत्सव में उमड़ रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में योगदान देने वाली प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित भी किया गया, जिससे वातावरण और भी उल्लासमय हो गया।

आयोजन की मुख्य हस्तियाँ और कमिटी की भूमिका
संरक्षक मंडल:
- पद्मश्री भीम सिंह ‘भवेश’
- अजय प्रसाद, सत्यनारायण व्याहुत
सलाहकार मंडल:
- वरिष्ठ पत्रकार डॉ. कृष्ण कुमार
- अभिषेक कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह, संतोष सोनी, अमीत कुमार उर्फ भोलू, रतन प्रताप सिंह
मुख्य कमिटी:
- अध्यक्ष: प्रेम पंकज उर्फ ललन
- उपाध्यक्ष: शैलेंद्र कुमार गुड्डू, मुन्नू सिंह, विशाल सिंह
- महासचिव: आदित्य विजय जैन
- सचिव: जितेंद्र व्याहूत
- कोषाध्यक्ष: अरुण कुमार
स्वागत समिति और सुरक्षा टीम:
- निशांत नैय्यर, राजेश कुमार, सुजीत सिंह सहित कई सदस्य सक्रिय रूप से व्यवस्था में जुटे रहे।
प्रायोजकों का सहयोग: आयोजन की मजबूती की रीढ़
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में कई स्थानीय प्रायोजकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिनमें प्रमुख हैं:
- अजय सिंह (समाजसेवी, बखोरापुर)
- डॉ. अभिनीत कुमार (नारायण हेल्थ केयर)
- डॉ. पी. सिंह (कंचन शल्य निकेतन)
- अभिषेक कुमार (बद्रीश मेगा मार्ट, चित्रटोली रोड)
आयोजन 25 अप्रैल तक, विशेष प्रस्तुतियों का रहेगा सिलसिला
डिजिटल श्रीकृष्ण लीला महोत्सव 25 अप्रैल तक चलेगा। हर दिन नये प्रसंग, नई लीलाएँ और नई भक्ति की लहर लेकर श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। आयोजकों ने श्रद्धालुओं से आह्वान किया है कि वे बड़ी संख्या में पहुँचें और इस अध्यात्मिक पर्व का भरपूर लाभ उठाएँ।