Shivdeep Wamanrao Lande: बिहार की राजनीति में एक नई दस्तक दी गई है। पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने मंगलवार, 8 अप्रैल को अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘हिंद सेना’ के गठन का ऐलान कर दिया। लंबे समय से उनकी राजनीतिक पारी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, और आखिरकार उन्होंने आधिकारिक रूप से सियासी मैदान में उतरने की घोषणा कर दी।
लांडे ने पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी पार्टी की घोषणा करते हुए कहा, “हमारे खून के हर कतरे में ‘हिंद’ है, इसलिए पार्टी का नाम ‘हिंद सेना’ रखा गया है।” उन्होंने कहा कि यह पार्टी किसी जाति, धर्म या वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित नहीं है, बल्कि इसका मकसद है – साफ-सुथरी, जवाबदेह और युवा-केंद्रित शासन व्यवस्था को स्थापित करना।

पूर्व पुलिस अधिकारी शिवदीप लांडे ने अपने तेजतर्रार कार्यशैली और ईमानदार छवि से पूरे बिहार में खासा नाम कमाया है। बतौर आईपीएस उन्होंने अपराध पर प्रभावी नियंत्रण और युवाओं के लिए प्रेरणादायी कार्य किए थे। अब उन्होंने उसी ऊर्जा के साथ राजनीतिक सफर की शुरुआत की है। लांडे ने स्पष्ट किया कि वे केवल कुर्सी की राजनीति नहीं कर रहे, बल्कि यह एक “जन आंदोलन” की शुरुआत है, जिसमें युवाओं की भागीदारी अहम होगी।
युवाओं पर खास फोकस
अपने संबोधन में लांडे ने कहा कि आज बिहार के युवाओं की स्थिति चिंताजनक है। रोजगार, शिक्षा, और अवसर की कमी ने उन्हें निराश कर दिया है। “हमारी पार्टी युवाओं के भविष्य को नई दिशा देने के लिए बनी है। जो भी युवा कुछ करना चाहता है, उसके लिए ‘हिंद सेना’ एक प्लेटफॉर्म बनेगी,” उन्होंने कहा।
पेपर लीक और शिक्षा माफिया पर सख्त रुख
लांडे ने बिहार में बढ़ते पेपर लीक घोटालों पर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि अगर ‘हिंद सेना’ सत्ता में आई, तो शिक्षा माफियाओं की खैर नहीं होगी। उन्होंने चेतावनी दी, “अगर हमारी सरकार बनी, तो कोई भी पेपर लीक करके दिखा दे। 360 डिग्री एक्शन होगा। सिस्टम को अंदर से साफ किया जाएगा।”
प्रशांत किशोर से जुड़ने की अटकलों पर विराम
शिवदीप लांडे के राजनीति में आने की घोषणा से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वे प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं। लेकिन आज के ऐलान ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। लांडे ने स्पष्ट कर दिया कि वे किसी दल के साथ नहीं, बल्कि स्वतंत्र विचारधारा और मजबूत नेतृत्व के साथ बिहार को नया विकल्प देने आए हैं।
नए बिहार का सपना
लांडे ने अंत में कहा, “अब बिहार को पुराने नारों और वादों की नहीं, एक नए सोच और नई व्यवस्था की जरूरत है। हिंद सेना वही विकल्प है, जो बिहार को नया भविष्य दे सकता है।”
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी यह नई राजनीतिक पहल आने वाले विधानसभा चुनावों में कितना असर डालती है। ‘हिंद सेना’ की नींव रखी जा चुकी है — अब लड़ाई जनता का भरोसा जीतने की है।