Gang Rape: बिहार के गोपालगंज जिले से दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। अपने बीमार पिता का इलाज कराने के लिए अस्पताल आई एक युवती के साथ तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म (Gang Rape) जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, यह दर्दनाक घटना गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र अंतर्गत सासामुसा रेलवे स्टेशन परिसर में घटी। पीड़िता उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के काठकुइयां गांव की निवासी है। रविवार को वह अपने लकवाग्रस्त पिता का इलाज कराने के लिए गोपालगंज के सासामुसा अस्पताल आई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, थावे-कप्तानगंज पैसेंजर ट्रेन के रद्द हो जाने के कारण उसे अपने बीमार पिता के साथ रात सासामुसा रेलवे स्टेशन पर बितानी पड़ी।
दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी
सोमवार की सुबह तकरीबन 4 बजे स्टेशन परिसर में मौजूद तीन युवकों ने पीड़िता को जबरन उठाया और पास के एक मंदिर के पीछे ले जाकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद दरिंदों ने बारी-बारी से युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। हैवानियत की यह वारदात पीड़िता के स्वास्थ्य पर भारी पड़ी और वह अचेत अवस्था में पहुंच गई।
स्थानीय लोगों की नजर जब घायल अवस्था में पड़ी युवती पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही कुचायकोट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल पीड़िता का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी
घटना की सूचना मिलते ही गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित, सदर एसडीपीओ प्रांजल कुमार, रेल थाना पुलिस और स्थानीय पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी अभिषेक बिंद को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दो आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने सघन छापेमारी शुरू कर दी है।
एसपी अवधेश दीक्षित का बयान
एसपी अवधेश दीक्षित ने प्रेस से बात करते हुए कहा,
“सोमवार सुबह करीब 4 बजे सासामुसा रेलवे स्टेशन के परिसर में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की एक युवती के साथ तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पीड़िता का इलाज कराया जा रहा है और मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है।”
बिहार में बढ़ते दुष्कर्म के मामले: चिंता का विषय
अगर हाल के दिनों पर नजर डालें तो बिहार में दुष्कर्म (Rape in Bihar) की घटनाओं में चिंताजनक इजाफा देखने को मिल रहा है। महिलाओं और युवतियों के प्रति हो रहे अपराधों ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आए दिन प्रदेश के किसी न किसी कोने से दुष्कर्म, हत्या और अपहरण जैसी जघन्य घटनाओं की खबरें आ रही हैं।
सरकार और पुलिस प्रशासन भले ही अपराध नियंत्रण के बड़े-बड़े दावे कर रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग नजर आ रही है। हालात ऐसे हैं कि महिलाएं और बेटियां अब सार्वजनिक स्थानों पर भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही हैं।
पुलिसिया कार्यशैली पर उठे सवाल
इस घटना के बाद से स्थानीय पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोग यह पूछ रहे हैं कि अगर स्टेशन परिसर में समय रहते गश्त होती, तो शायद इस तरह की शर्मनाक घटना को टाला जा सकता था। महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर चलाई जा रही योजनाएं और अभियानों की प्रभावशीलता पर भी प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।
बिहार पुलिस के आला अधिकारियों ने अपराध नियंत्रण को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं, लेकिन अपराधी “तू डाल-डाल, मैं पात-पात” की कहावत को चरितार्थ करते नजर आ रहे हैं। राज्य में लगातार बढ़ते अपराधों ने न केवल आम जनता में भय का माहौल बना दिया है बल्कि शासन-प्रशासन की कार्यशैली पर भी गहरी चोट की है।
कब बदलेगी तस्वीर?
बिहार में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। सिर्फ अभियानों और वादों से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई से ही सुधार संभव है। अपराधियों में कानून का भय पैदा करना आज समय की सबसे बड़ी मांग है। वरना ऐसी घटनाएं समाज के ताने-बाने को और अधिक कमजोर करती जाएंगी।
गोपालगंज सामूहिक दुष्कर्म कांड (Gopalganj Gang Rape Case) न केवल एक युवती के जीवन पर गहरी चोट है, बल्कि यह बिहार के मौजूदा कानून-व्यवस्था पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले में कितनी तत्परता से कार्रवाई कर दोषियों को सजा दिलाता है और आम जनता के बीच भरोसा कायम करने में सफल हो पाता है या नहीं।