मुजफ्फरपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। आईपीएल मैच के दौरान DREAM11 ऐप के माध्यम से करोड़पति बनाने का झांसा देकर साइबर ठगी करने वाले एक सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने इस गिरोह के तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना प्रिंस कुमार मौके से फरार हो गया है। उसके ठिकानों पर छापेमारी जारी है।
इस पूरे मामले की जानकारी साइबर डीएसपी हिमांशु कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग DREAM11 पर पैसे जितवाने के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर जब एक मोबाइल नंबर को ट्रैक किया गया तो उसकी लोकेशन काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के रसूलपुर जलनी इलाके में मिली।

इसके बाद एक विशेष टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई की गई। पुलिस टीम ने वहां स्थित सीता देवी के दो-मंजिला मकान पर छापा मारा। मौके पर चार युवक पाए गए, जिनके मोबाइल की जांच करने पर ठगी में प्रयुक्त मोबाइल नंबर ब्रजेश कुमार के पास मिला। प्रारंभिक पूछताछ में टालमटोल करने के बाद सख्ती से पूछे जाने पर ब्रजेश ने अपराध स्वीकार किया।

ठगी का तरीका
ब्रजेश कुमार ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ DREAM11 पर हारने वाले यूजर्स को टारगेट करता था। ये लोग टेलीग्राम ऐप के माध्यम से यूजर्स को ग्रुप में जोड़ते और उन्हें VIP सदस्यता के नाम पर पैसे वसूलते थे। फिर झूठा आश्वासन दिया जाता कि उन्हें बड़ी रकम जितवा दी जाएगी। एक बार नहीं, बल्कि 4-5 बार तक लोगों से पैसे ठगे जाते। जब पीड़ित विरोध जताते, तो उन्हें ब्लॉक कर दिया जाता।
गिरफ्तार आरोपी और जब्त सामग्री
पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें शामिल हैं:
- आलोक कुमार (28), निवासी सिवान
- संदीप कुमार (22), निवासी गोपालगंज
- ब्रजेश कुमार (21), निवासी गोपालगंज
मुख्य आरोपी प्रिंस कुमार, जो गोपालगंज का ही निवासी है, फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
पुलिस ने इन आरोपियों के पास से भारी मात्रा में सामग्री जब्त की है, जिसमें शामिल हैं:
- 10 एटीएम कार्ड
- 8 मोबाइल फोन
- ₹65,000 नगद
- 2 बारकोड स्कैनर
- कई सिम कार्ड
- विभिन्न बैंकों के पासबुक
पुलिस की बड़ी कामयाबी
साइबर डीएसपी हिमांशु कुमार ने कहा कि आईपीएल सीजन के दौरान इस तरह की साइबर ठगी की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जहां लोग जल्दी पैसा कमाने के लालच में गिरोह का शिकार बनते हैं। ऐसे में इस गिरोह का भंडाफोड़ मुजफ्फरपुर पुलिस की एक बड़ी सफलता है। मामले की गहन जांच की जा रही है और अन्य संलिप्त लोगों की पहचान का प्रयास जारी है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या ग्रुप के झांसे में न आएं और किसी ऐप के माध्यम से धनराशि निवेश करने से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें।