बिहार के गया जिले में पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से पैसों की ठगी करने वाले 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी सहित सभी गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, पासबुक और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गया पुलिस इस गिरोह के सरगना को पकड़ने के लिए सघन छानबीन में जुटी है।
छापेमारी और गिरफ्तारी का क्रम
इस सफलता का श्रेय गया सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल को जाता है, जिन्होंने गुप्त सूचना मिलने के बाद बोधगया थाना क्षेत्र के मोच मोचारीमगांव स्थित एक किराए के मकान में छापेमारी का आदेश दिया।
“हमें सूचना मिली थी कि यहां रांची के एक सोशल साइट से संपर्क में आए युवक विदेश में नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगते हैं। हमने तुरंत टीम भेजकर कार्रवाई की।” — गया सिटी एसपी
छापेमारी के दौरान ठगी का मुख्य सरगना बबलू सिंह तो फरार रहा, लेकिन उसके सात साथी—उपेन्द्र कुमार, विजय कुमार, सुनील कुमार, आजाद कुमार, मनीष कुमार, रोशन कुमार तथा अभिषेक कुमार—को हिरासत में लिया गया।
आरोपियों का तरीका (Modus Operandi)
- सोशल मीडिया जाल:
आरोपी फेसबुक, व्हाट्सऐप और लिंक्डइन पर ‘रांची जॉब्स’ जैसी ग्रुप बनाकर बेरोजगार युवकों को आकर्षित करते थे। - फर्जी जॉब ऑफर:
उन्हें ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में वीजा और नौकरी दिलाने का दावा किया जाता था। - एडवांस फीस वसूलना:
मेडिकल टेस्ट, वीजा शुल्क, टिकट खर्च आदि के नाम पर 50,000–2,00,000 रुपये तक ट्रांसफर करवाए जाते थे। - रिश्वत की तरह दस्तावेज:
फर्जी जॉब ऑफर लेटर, इंविटेशन लैटर, पासबुक व एटीएम कार्ड देकर शिकार का भरोसा जीतते थे।
बरामद सामान और मामले की जाँच
गया पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से निम्न सामान जब्त किया है:
- 25 से अधिक सिम कार्ड
- 15 मोबाइल फोन
- 30 एटीएम कार्ड
- 12 पासबुक एवं फर्जी जॉब ऑफर लेटर
- 5 लैपटॉप व कई USB ड्राइव
“ये दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ठगी के प्रमाण हैं। डिजिटल फुटप्रिंट से सरगना की लोकेशन ट्रेस करनी है।” — साइबर सेल अधिकारी
बेरोजगार युवकों के लिए चेतावनी
एसपी कौशल ने कहा कि नौकरी पाने की लालसा में युवकों को सावधान रहने की जरूरत है।
“सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसियों के अलावा किसी भी निजी ठेकेदार को न रखें। ठगी के किसी भी शक पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।”
आगे की कार्रवाई और सरगना की तलाश
गया पुलिस ने मामला दर्ज कर आईटी एक्ट, ठगी एवं भ्रष्टाचार विरोधी धाराओं के तहत मुकदमा चलाया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिससे बबलू सिंह समेत गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके।
“सरगना बबलू सिंह की जल्द से जल्द गिरफ्तारी को प्राथमिकता दी जा रही है। संदेह है कि वह लेनदेन की रकम की मोटी राशि लेकर फरार हुआ है।” — आरोपी पूँछताछ अधिकारी
स्थानीय प्रतिनिधियों ने केंद्र एवं बिहार सरकार से अपील की है कि अंतरराष्ट्रीय नौकरी जागरूकता पर व्यापक सूचना-प्रचार और सख्त कानूनी प्रावधान लागू हों, ताकि साइबर ठगी पर लगाम लग सके।