सहरसा पंचायत सरकार भवन निर्माण को लेकर शनिवार को सोनवर्षाराज प्रखंड के काशनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ड़िया गांव में ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हो गई। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों और महिलाओं पर लाठीचार्ज किया, जिसमें तीन महिलाएं घायल हो गईं। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया जा रहा है। वहीं, घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने तीन महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पड़ड़िया गांव में पंचायत सरकार भवन के निर्माण कार्य के लिए विवादित भूमि पर जिला प्रशासन द्वारा एनओसी जारी कर दी गई थी। इस भूमि पर कुछ परिवारों ने केबाला के जरिए अपना दावा करते हुए कच्चे मकान भी बना लिए थे। प्रशासन ने इसे अतिक्रमण मानते हुए हटाने का प्रयास किया, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
शनिवार को निर्माण स्थल पर बीडीओ, सीओ, बीपीआरओ और स्थानीय पुलिस के अधिकारी पहुंचे थे। इसी दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच बहस हुई, जो देखते ही देखते झड़प में बदल गई। प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को आत्मरक्षा में बल प्रयोग करना पड़ा। हालात को बिगड़ते देख वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रित किया।
विवाद की जड़ में क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, पहले पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए मंगनमा गांव में भूमि चयनित की गई थी, लेकिन वहां की भूमि दलदली होने के कारण स्थान बदलकर पड़ड़िया गांव में निर्माण का निर्णय लिया गया। हालांकि, नई चयनित भूमि पर भी कई परिवारों का दावा था। ग्रामीणों का आरोप है कि विवादित भूमि पर उनकी मक्के की फसल लगी थी और प्रशासन ने जबरन फसल को जेसीबी मशीन से हटवाकर निर्माण कार्य शुरू कराया। स्थानीय किसानों ने बताया कि इस जमीन को लेकर मामला सहरसा न्यायालय में लंबित है और टाइटल सूट पर सुनवाई जारी है।
पुलिस का पक्ष
सिमरी बख्तियारपुर के एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि स्थानीय लोगों का विरोध अनावश्यक था। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान कुछ महिलाओं ने पुलिस बल पर पथराव किया, जिससे स्थिति बिगड़ी। आत्मरक्षा में पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस मामले में तीन महिलाओं को हिरासत में लिया गया है और प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प और लाठीचार्ज के दृश्य देखे जा सकते हैं। वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।