बिहार के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई के तहत पुलिस और विशेष कार्यबल (STF) की संयुक्त टीम ने हार्डकोर नक्सली सूरज मोची को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। सूरज मोची वर्ष 2019 में कोडिहरा गांव में विवेकानंद कंस्ट्रक्शन कंपनी की जेसीबी मशीन जलाने और ठेकेदार से लेवी वसूली के प्रयास के मामले में वांछित था।

गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार ने बताया कि पुलिस को सूरज मोची की लंबे समय से तलाश थी। उसे बीती रात पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के पियरपुरा गांव से गिरफ्तार किया गया। आरोपी के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल होने के साक्ष्य मिले हैं, और पुलिस उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की गहराई से जांच कर रही है।
2019 की घटना और आरोप
डीएसपी के अनुसार, वर्ष 2019 में जब खुशडिहरा गांव में विवेकानंद कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा था, उस समय सूरज मोची ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जेसीबी मशीन सहित कई निर्माण उपकरणों को आग के हवाले कर दिया था। इसके साथ ही, उसने कंपनी से भारी लेवी की मांग की थी। इस मामले में उसके विरुद्ध दो प्राथमिकियां दर्ज थीं और वह तब से फरार चल रहा था।
दहिया गांव से हुई गिरफ्तारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सूरज मोची पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के पियरपुरा गांव का निवासी है। STF और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे वहीं से दबोचा। गिरफ्तारी के समय वह सामान्य जीवन जी रहा था और स्वास्थ्य भी ठीक नहीं बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस को शक है कि वह भले ही फिलहाल सक्रिय न हो, लेकिन उसके पुराने नेटवर्क और संभावित संलिप्तताओं की गहनता से जांच की जा रही है।
नक्सली गतिविधियों की व्यापक जांच
प्रीतम कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सूरज मोची के खिलाफ पालीगंज क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों से संबंधित आधा दर्जन से अधिक मामलों में संलिप्तता सामने आई है। इसके अतिरिक्त, अरवल और जहानाबाद जैसे सीमावर्ती जिलों में भी उसकी गतिविधियों के संकेत मिले हैं। इस क्षेत्र में पूर्व से ही उग्रवाद की गतिविधियां sporadically देखने को मिलती रही हैं।
चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में पुलिस की सख्ती
पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र लंबे समय से उग्रवाद प्रभावित इलाका रहा है, जहां व्यापारियों से लेवी वसूली और अन्य आपराधिक घटनाएं समय-समय पर सामने आती रही हैं। पुलिस के लिए यह क्षेत्र लगातार चुनौती बना रहा है, और सूरज मोची जैसे पुराने नक्सलियों की गिरफ्तारी इस चुनौती को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
पुलिस अब सूरज मोची से पूछताछ के माध्यम से उसके नेटवर्क, सहयोगियों और अन्य लंबित मामलों की जानकारी जुटाने में लगी है। आने वाले दिनों में इससे जुड़ी कई अहम जानकारियां सामने आने की संभावना है।
पटना से अमलेश कुमार की रिपोर्ट