केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच पारिवारिक विवाद एक बार फिर गहराता जा रहा है। इस बार मामला दिवंगत रामविलास पासवान की पैतृक संपत्ति से जुड़ा है, जिसे लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि राजकुमारी देवी (रामविलास पासवान की पहली पत्नी) ने अलौली थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी ने आरोप लगाया है कि 30 मार्च को उनके आवास (अलौली प्रखंड, मंत्री जी टोला) पर पशुपति पारस की पत्नी शोभा देवी और दिवंगत रामचंद्र पासवान की पत्नी सुनैना देवी ने जबरन कब्जा करने की कोशिश की।

राजकुमारी देवी के अनुसार, दोनों देवरानियों ने उनके बेडरूम में ताला जड़ दिया और गहने, जेवरात समेत उनकी जरूरत का सामान बाहर फेंक दिया। इस घटना के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई।
चिराग पासवान का तीखा हमला
घटना की जानकारी मिलते ही लोजपा (रामविलास) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने नाराजगी जताई और तुरंत अपने भाई प्रिंस पासवान को हालात का जायजा लेने के लिए सहार बन्नी गांव भेजा।
चिराग पासवान ने इस घटना को लेकर अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर तीखा हमला बोला और कहा,
“अब और कौन-सा आरोप लगाना बाकी है? आखिर किस हद तक गिरेंगे?”
उन्होंने अपनी बड़ी मां राजकुमारी देवी से फोन पर बात की और जल्द ही खगड़िया आने का आश्वासन दिया।
संपत्ति विवाद की गूंज
सूत्रों के मुताबिक, राजकुमारी देवी ने चिराग पासवान से संपत्ति के बंटवारे की मांग की है। इस विवाद के चलते लोजपा (रामविलास) के सांसद राजेश वर्मा ने भी राजकुमारी देवी से फोन पर बात कर उनके हालात की जानकारी ली।
राजनीतिक विवाद या पारिवारिक कलह?
रामविलास पासवान की विरासत को लेकर चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच तनाव पहले से ही जारी है। 2021 में पार्टी में विभाजन के बाद दोनों के रिश्ते और ज्यादा खराब हो गए थे। अब संपत्ति विवाद ने इस पारिवारिक कलह को और बढ़ा दिया है।
फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए है।