भोजपुर जिले में बढ़ती गर्मी के साथ फसलों में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे किसान बड़ी संख्या में आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं। हाल ही में जिले के खवासपुर गांव में भीषण आग लगने की घटना सामने आई, जिसने दर्जनों किसानों की फसल को नष्ट कर दिया। इस घटना के बाद बड़हरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी और राजद नेता रघुपति यादव तत्काल मौके पर पहुंचे और किसानों के समर्थन में प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
दमकल व्यवस्था की कमी से किसानों की बढ़ी परेशानी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने की सूचना देने के बावजूद दमकल गाड़ियों के मौके पर पहुंचने में घंटों लग गए, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। स्थानीय लोगों ने बताया कि राजद नेता रघुपति यादव ने प्रशासन और दमकल विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर आग बुझाने के लिए तत्काल मदद मांगी।

हालांकि, दमकल सेवा के देर से पहुंचने के कारण फसलें जलकर राख हो गईं। स्थानीय किसानों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि अगर समय रहते दमकल पहुंच जाती, तो नुकसान को काफी हद तक टाला जा सकता था।
राजद नेता ने की मुआवजे और दमकल व्यवस्था सुधारने की मांग
रघुपति यादव ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से प्रभावित किसानों को अविलंब मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि फसल जलने से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, और सरकार को इस नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में संपूर्ण दमकल सेवा उपलब्ध कराने की मांग की ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

यादव ने चिंता जताते हुए कहा कि आगजनी की घटनाओं पर त्वरित नियंत्रण न होने से किसानों की मेहनत बर्बाद हो रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से किसानों को हर साल भारी नुकसान उठाना पड़ता है और सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
खुद राहत कार्य में जुटे नेता, किसानों ने जताया आभार
आगजनी की घटना के दौरान रघुपति यादव स्वयं राहत कार्य में शामिल हुए और किसानों की मदद की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वे जलती फसलों के बीच जाकर खुद अनाज के बोझे उठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में मदद कर रहे थे। उनके इस प्रयास की किसानों और ग्रामीणों ने सराहना की और उनका आभार जताया।
प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी
रघुपति यादव ने जिला प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि आगजनी की सूचना देने के बावजूद दमकल का दो घंटे तक न पहुंच पाना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन इसी तरह निष्क्रिय रहेगा, तो भविष्य में किसी बड़ी आगजनी की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो इसके लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार पूरी तरह जिम्मेदार होगी।
आपको बतादे कि खवासपुर की आगजनी की घटना ने प्रशासन की खामियों को उजागर कर दिया है। किसानों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए दमकल सेवाओं को सुदृढ़ करने की जरूरत है। जिला प्रशासन को इस समस्या का स्थायी समाधान निकालते हुए हर गांव और थाना स्तर पर दमकल सेवाएं उपलब्ध करानी चाहिए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।