बिहार के बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर बहियार में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब विलासी नहर से एक व्यक्ति का सिर कटा शव बरामद हुआ। घटना की सूचना मिलते ही अमरपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल को घेरते हुए जांच शुरू की। मृतक की पहचान अमरपुर प्रखंड के केन्दुआर गांव निवासी बिहारी यादव के रूप में की गई। स्थानीय लोगों और परिजनों द्वारा कपड़ों और अन्य सामानों के आधार पर शव की पुष्टि की गई।
घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। जांच में जो तथ्य सामने आए, उन्होंने न सिर्फ पुलिस को चौंका दिया, बल्कि पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
पत्नी ने रची थी साजिश, जेल में बनी दोस्त बनी मददगार
पुलिस पूछताछ में मृतक की पत्नी रिंकु कुमारी ने बताया कि 6 अप्रैल को उसका पति कोलकाता से लौटकर पुनसिया पहुंचा था और इंग्लिश मोड़ तक उससे बातचीत भी हुई थी। इसके बाद से वह लापता हो गया था। लेकिन पुलिस की आगे की छानबीन में पत्नी के अवैध संबंध और गंभीर पारिवारिक विवाद का खुलासा हुआ।

जांच में यह सामने आया कि रिंकु कुमारी का गांव के कुछ पुरुषों के साथ अवैध संबंध था। जब पति को इसकी भनक लगी तो उसने रिंकु के साथ मारपीट शुरू कर दी और आर्थिक खर्च भी बंद कर दिया। इससे नाराज होकर रिंकु ने पति की हत्या की साजिश रच डाली।
35 हजार में दी सुपारी, धारदार हथियार से की गई हत्या
पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य भी सामने आया कि रिंकु की मुलाकात बिजुला देवी नामक महिला से जेल में हुई थी। वहीं पर दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। जेल से रिहा होने के बाद रिंकु ने बिजुला के पति बालेश्वर हरिजन को ₹35,000 की सुपारी दी। योजना के अनुसार, तीनों ने मिलकर 11 अप्रैल को धारदार हथियार से बिहारी यादव का गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया।
24 घंटे में हत्याकांड का खुलासा, तीनों आरोपी गिरफ्तार
बांका पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और साक्ष्य संकलन के आधार पर 24 घंटे के भीतर इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। रिंकु कुमारी, बालेश्वर हरिजन और बिजुला देवी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर गोरगम्मा नदी से मृतक का सिर, खून से सना कपड़ा, हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार और मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने किया खुलासा
पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “यह हत्या पूरी तरह पूर्व नियोजित थी, जिसे पारिवारिक रंजिश और अवैध संबंधों के कारण अंजाम दिया गया। विशेष जांच टीम ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर पूरे मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया है।”
इस विशेष छापेमारी और जांच अभियान में एसडीपीओ विपिन बिहारी, अमरपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा, दरोगा विक्की कुमार, राहुल कुमार, सतीश कुमार सिंह, तकनीकी शाखा से प्रशांत कुमार, विजय कुमार और धर्मेन्द्र कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बांका पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई और सफल अन्वेषण की चौतरफा सराहना हो रही है। हत्याकांड ने जहां स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है, वहीं पुलिस की सक्रियता ने न्याय की उम्मीदों को भी मजबूती दी है।