Bihar news: बिहार के नालंदा जिले के पर्यटक नगर राजगीर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पटना के एक प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी भतीजी के प्रेम संबंध से नाराज़ होकर प्रेमी युवक और उसके दोस्त का अपहरण करवा लिया। लेकिन स्थानीय नागरिकों की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस गंभीर अपराध को बड़ा रूप लेने से पहले ही विफल कर दिया।
इस मामले ने न केवल परिवारिक बदले की भावना और निजी कानून के पालन जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखा दिया कि कैसे स्थानीय जागरूकता और पुलिस की सजगता गंभीर अपराधों की रोकथाम में निर्णायक हो सकती है।
कैसे रची गई थी अपहरण की साजिश
अपहृत युवक की पहचान विशु कुमार (20) के रूप में हुई है, जो जहानाबाद जिले के रामनगर कुदवनचक गांव का रहने वाला है। विशु का प्रेम प्रसंग पटना के एक प्रभावशाली बिल्डर अमित सिंह की भतीजी से चल रहा था। इसी प्रेम संबंध से नाराज़ होकर बिल्डर ने अपनी भतीजी पर दबाव डालते हुए विशु को राजगीर बुलवाया, जहां पहले से योजना के तहत उसने अपने साथियों के साथ मिलकर युवक और उसके मित्र नीतीश कुमार का अपहरण कर लिया।
होटल के पास वाहन में बंधक बनाए गए थे दोनों युवक
सूत्रों के अनुसार, दोनों युवकों को छबिलापुर मार्ग स्थित होटल ग्लोरी ग्रैंड के पास एक लग्जरी इरटिगा वाहन में रस्सियों से बांधकर बंधक बनाकर रखा गया था। अपहरण के दौरान विशु को बुरी तरह पीटा गया, जिससे उसके कान से खून निकल रहा था और हाथ-पैर बांधे गए थे।
स्थानीय सतर्कता और पुलिस की फुर्ती से टली बड़ी अनहोनी
स्थानीय नागरिकों ने संदिग्ध गतिविधियों को देखकर तुरंत राजगीर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए:
- होटल के पास से दोनों युवकों को सकुशल मुक्त कराया
- विशु को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई
- खुदागंज थाना पुलिस ने मेयार मोड़ पर फरार हो रहे इरटिगा वाहन को घेराबंदी कर रोका
- वाहन में सवार सभी 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया
गिरफ्तार आरोपी और बरामद सामग्री
राजगीर पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों में शामिल हैं:
- अमित सिंह – बिल्डर, हरिदासपुर (पटना)
- भरत कुमार – पड़ौरा, आरा
- हरे राम सिंह – चकरही, आरा
- आदित्य कुमार – मच्छरहट्टा, पटना
- पीयूष कुमार – पादरी की हवेली, पटना
- रौशन कुमार – अरियाना, नगरनौसा
- अमर कुमार – बाघा टिला, पटना
- आशीष कुमार – पादरी की हवेली, पटना
- अमन कुमार – पादरी की हवेली, पटना
पुलिस ने इनके पास से:
- दो लग्जरी वाहन
- 12 मोबाइल फोन
- अपहरण में प्रयुक्त रस्सी भी बरामद की है।
पुलिस की कानूनी कार्रवाई और अगला कदम
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ अपहरण (IPC 364), शारीरिक हमला (IPC 323), आपराधिक साजिश (IPC 120B) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जांच में मोबाइल कॉल डिटेल, लोकेशन ट्रैकिंग और होटल सीसीटीवी फुटेज को शामिल किया जा रहा है।
राजगीर थानाध्यक्ष ने प्रेस को बताया:
“हमारी टीम ने समय रहते बड़ी घटना को टाल दिया। सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और न्यायालय में सशक्त चार्जशीट दाखिल की जाएगी।”
सामाजिक प्रश्न और अपराध की पृष्ठभूमि
इस घटना ने एक बार फिर बिहार में प्रेम संबंधों को लेकर होने वाली हिंसा की वास्तविकता को उजागर कर दिया है। कानून की जगह निजी निर्णय और बदले की भावना ने इसे खतरनाक मोड़ दे दिया। यह घटना इस बात की प्रतीक है कि कैसे व्यक्तिगत अहंकार और सामाजिक प्रतिष्ठा की आड़ में अपराध को अंजाम दिया जा रहा है।
अपराधियों को सजा और समाज को चेतना
राजगीर अपहरण कांड केवल एक प्रेम कहानी का विवाद नहीं, बल्कि सामाजिक असहिष्णुता, दबंगई और कानून की अनदेखी का स्पष्ट उदाहरण है। इस कांड में स्थानीय नागरिकों की सतर्कता और पुलिस की समयबद्ध कार्रवाई ने कानून व्यवस्था की गरिमा को बचाया है।
अब यह देखना होगा कि न्यायपालिका इन अपराधियों को क्या सजा सुनाती है, और समाज इस घटना से क्या सबक लेता है।