बिहार सरकार की मंत्रीपरिषद द्वारा बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के चार प्रमुख इलाकों – अचरज लाल का टोला, केवटिया, मझौली और आसपास के हिस्सों – को गंगा नदी कटाव प्रभावित क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद स्थानीय जनता को बड़ी राहत मिली है। इस निर्णय के बाद गंगा कटाव निरोधक कार्यों में तेजी आ गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने इस ऐतिहासिक पहल के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह का दिल से आभार जताया।
कटाव निरोधक कार्य का ₹5 करोड़ की लागत से हुआ शुभारंभ
गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर बड़हरा विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर लगभग ₹5 करोड़ की लागत से होने वाली कटाव निरोधक परियोजना का भूमि पूजन और शुभारंभ किया। यह कार्य गंगा नदी के तट पर हो रहे लगातार भू-क्षरण और वर्षा ऋतु से पहले राहत पहुंचाने की दिशा में एक अहम पहल है।

विधायक ने अचरज लाल टोला, केवटिया और मझौली का दौरा किया और स्थल पर हो रहे कार्यों का निरीक्षण किया। ग्रामीणों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूलमालाओं और नारों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया।
जनता को मिली बड़ी राहत, समय पर काम पूरा होने की उम्मीद
गंगा कटाव से प्रभावित इन क्षेत्रों में वर्षों से स्थानीय लोगों की जमीन, घर और फसलें कटाव के कारण नष्ट हो रही थीं। अब बिहार सरकार के इस फैसले के बाद लोगों को उम्मीद है कि बाढ़ के पहले कटाव निरोधक कार्य पूरा हो जाएगा और इस वर्ष नुकसान की आशंका कम होगी।
विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा:
“मेरे विधानसभा क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे बसे कई गांव हर साल बाढ़ और कटाव की चपेट में आते हैं। मैंने पहले भी सरकार से इन क्षेत्रों को कटाव क्षेत्र घोषित करने की मांग की थी। आज यह कार्य पूरा हुआ और इसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को बड़हरा की जनता की ओर से आभार प्रकट करता हूं।”

मजदूरों को मिला सम्मान, विश्व मजदूर दिवस पर विधायक ने जताया आदर
मजदूर दिवस के अवसर पर गंगा कटाव निरोधी कार्य में लगे श्रमिकों को विधायक राघवेन्द्र सिंह ने अंगवस्त्र और फूलमाला से सम्मानित किया। उन्होंने कहा:
“हर व्यक्ति जीवन में कहीं न कहीं श्रम करता है। आज इन मेहनतकश मजदूरों को सम्मानित कर मन गदगद हो गया। समाज को इनके परिश्रम का सदैव सम्मान करना चाहिए।”

सरकारी राहत और व्यवस्थाओं का भी किया उल्लेख
विधायक ने यह भी बताया कि सरकार ने पिछले वर्ष क्षेत्र को बाढ़ ग्रस्त घोषित किया था और उस समय राहत शिविर, स्वास्थ्य कैंप तथा प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से राहत राशि ग्रामीणों के बैंक खातों में भेजी गई थी।
अब जब इन चार क्षेत्रों को औपचारिक रूप से गंगा कटाव क्षेत्र का दर्जा मिल गया है, तो इसके तहत अधिक बजट, तकनीकी संसाधन और विशेषज्ञता के साथ निरोधक उपाय किए जाएंगे।
कार्यक्रम में प्रशासनिक और स्थानीय प्रतिनिधियों की भागीदारी
इस मौके पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता अभिषेक कुमार, सहायक अभियंता कुमारी सुंदरम, देवानंद मंगलम, राजेश कुमार, कुमारी कविता, कनिष्ठ अभियंता आशीष रंजन, दयानंद, धीरज सिंह, और अन्य इंजीनियरिंग व फील्ड स्टाफ उपस्थित थे। साथ ही जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता – मुन्ना सिंह, राजेन्द्र सिंह, उमा पांडे, सुगानी पांडेय, गणेश ठाकुर, राजेश सिंह, रोहित गोड़, बबलू पासवान, बहोरन सिंह, परमेश्वर पासवान, विवेक सिंह, लोकनाथ यादव, भीम यादव, बैकुंठ ठाकुर, और धर्मेन्द्र गोंड जैसे नाम प्रमुख रूप से शामिल रहे।
बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के चार क्षेत्रों को गंगा कटाव प्रभावित घोषित करना एक ऐतिहासिक और जनहितैषी निर्णय है, जिससे हजारों ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह के सतत प्रयासों और सरकार की सक्रियता के कारण अब यह क्षेत्र विकास और सुरक्षा की दिशा में अग्रसर हो रहा है। आने वाले वर्षों में यह निर्णय बड़हरा के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।