भोजपुर जिले में हाल ही में नियुक्त हुए नए उप विकास आयुक्त (DDC) गुंजन सिंह का स्वागत भोजपुर मुखिया संघ द्वारा किया गया। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने शॉल और पौधा भेंट कर उनका आत्मीय अभिनंदन किया। यह आयोजन न केवल पारंपरिक स्वागत की अभिव्यक्ति था, बल्कि जिला प्रशासन और पंचायत प्रतिनिधियों के बीच बेहतर समन्वय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुआ।

स्वागत समारोह में भोजपुर मुखिया संघ के अध्यक्ष हरेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में संघ के कई पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे। प्रमुख रूप से सचिव अभय कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, उपाध्यक्ष उमेश कुमार कुशवाहा, तथा हरिगांव पंचायत के मुखिया टुन्ना चौबे सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों के मुखिया उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर नए उप विकास आयुक्त का स्वागत किया और उनके साथ विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर रचनात्मक चर्चा की।
शॉल और पौधा: स्वागत का प्रतीक
कार्यक्रम के दौरान नए डीडीसी गुंजन सिंह को सम्मानस्वरूप पारंपरिक शॉल ओढ़ाया गया और पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक स्वरूप पौधा भेंट किया गया। यह भोजपुर की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा और पर्यावरण के प्रति सजगता का प्रतीकात्मक परिचय था।
विकास और प्रशासनिक समन्वय पर चर्चा
स्वागत उपरांत, मुखिया संघ के प्रतिनिधियों ने उप विकास आयुक्त से विस्तारपूर्वक कई मुद्दों पर चर्चा की। इनमें विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदु शामिल थे:
- पंचायत स्तर पर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही प्रशासनिक चुनौतियाँ
- मनरेगा, आवास योजना, शौचालय निर्माण, जल-नल योजना जैसी योजनाओं की जमीनी हकीकत
- अनुदान और संसाधनों के वितरण में पारदर्शिता
- पंचायत प्रतिनिधियों की प्रशासन में भूमिका और अधिकार
- पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के उपाय
प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि पंचायतों को अधिक सक्षम और स्वायत्त बनाने हेतु जिलास्तरीय योजनाओं में मुखिया और पंचायत सचिवों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जाए।
नव नियुक्त उप विकास आयुक्त ने भोजपुर मुखिया संघ के सम्मान और संवाद के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि लोकतंत्र की मूल इकाई हैं और उनके अनुभव एवं सुझाव विकास प्रक्रिया को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन पंचायतों के साथ मिलकर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हरसंभव सहयोग करेगा। साथ ही उन्होंने पारदर्शी प्रशासन, जवाबदेही और जमीनी स्तर पर विकास को प्राथमिकता देने की बात कही।
एकता और सहयोग का प्रतीक
यह आयोजन भोजपुर जिले में पंचायत और प्रशासन के बीच सहयोग और विश्वास की एक सशक्त मिसाल बना। एक ओर जहां नए डीडीसी के आगमन ने लोगों में नई उम्मीदें जगाईं, वहीं मुखिया संघ की सक्रिय भूमिका ने पंचायत प्रतिनिधियों की एकजुटता और जिम्मेदारी को रेखांकित किया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर भोजपुर जिले के समग्र और समावेशी विकास की प्रतिबद्धता दोहराई।