राजधानी पटना में स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (पटना एयरपोर्ट) के नए टर्मिनल भवन का संचालन 3 जून से प्रारंभ किया जाएगा। इसके साथ ही, पुराना टर्मिनल भवन आज मध्यरात्रि से बंद कर दिया जाएगा। इस महत्वपूर्ण बदलाव को लेकर एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं ताकि यात्रियों को निर्बाध सेवा और बेहतर अनुभव मिल सके।
बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव (कैबिनेट) डॉ. एस. सिद्धार्थ ने आज एयरपोर्ट पर पहुंचकर तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस अवसर पर पटना प्रमंडल आयुक्त, जिला पदाधिकारी पटना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। डॉ. सिद्धार्थ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए टर्मिनल के संचालन में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, सभी विभाग पूरी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि यात्रियों को सहज, सुरक्षित और सुविधाजनक सेवा मिल सके।
नया टर्मिनल भवन: आधुनिकता और सुविधा का संगम
पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन हाल ही में 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित किया गया था। यह अत्याधुनिक सुविधा और आधुनिक तकनीक से लैस है। नए टर्मिनल भवन में यात्रियों के आने-जाने की प्रक्रिया को बेहद सरल और सुरक्षित बनाया गया है। निचले तल पर आगमन (Arrival) क्षेत्र होगा, जबकि प्रथम तल पर प्रस्थान (Departure) सुविधा उपलब्ध होगी। इससे पहले, पुराने टर्मिनल में यात्रियों को एक ही तल पर अलग-अलग द्वारों से आवागमन करना पड़ता था, जो अब बदल जाएगा।
3 जून से नए टर्मिनल भवन में यात्रियों का स्वागत किया जाएगा। एयरपोर्ट प्रशासन ने विमानन कंपनियों को नए टर्मिनल के संचालन की पूरी जानकारी दे दी है, और सभी एयरलाइंस ने अपने काउंटर, कार्यालय एवं अन्य आवश्यक उपकरण नए भवन में शिफ्ट कर लिए हैं। रविवार को नए टर्मिनल के एक एयरोब्रिज के समीप विमान की टेस्टिंग भी की गई ताकि सभी प्रक्रियाएं पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी हों।
यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा
- सुरक्षा व्यवस्था: नए टर्मिनल में सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) की संख्या बढ़ा दी गई है। सुरक्षा जांच के लिए एक्स-रे मशीनों की संख्या पहले 5 से बढ़ाकर 16 कर दी गई है।
- चेक-इन काउंटर: पुराने 22 काउंटरों की तुलना में नए टर्मिनल में 64 काउंटर उपलब्ध होंगे, जिससे यात्रियों को लंबी कतारों से निजात मिलेगी और चेक-इन प्रक्रिया तेज होगी।
- स्वचालित सुविधाएं: परिसर में नौ स्वचालित ट्रे रिट्राइवल सिस्टम (ATRS) लगाए गए हैं, जो सामान के त्वरित और सुरक्षित परिवहन में मदद करेंगे।
- विमानों की पार्किंग: एयरपोर्ट परिसर में एक साथ 11 विमानों के पार्किंग की व्यवस्था है, जिसमें नौ एयरबस A320 और दो ATR विमान खड़े किए जा सकते हैं।
- पार्किंग सुविधा: टर्मिनल भवन को बबुमंजिली पार्किंग से जोड़ने के लिए एलिवेटेड रास्ता बनाया गया है, जो 1100 वाहनों की पार्किंग क्षमता रखता है। पहले यह क्षमता केवल 200 वाहनों की थी।
प्रशासन की विशेष तैयारियां
पटना एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। नए टर्मिनल भवन के सुचारू संचालन के लिए सभी स्टाफ का प्रशिक्षण कराया गया है। तकनीकी व्यवस्थाओं की बार-बार जांच के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी व्यवस्थाएं सुदृढ़ की गई हैं।
डॉ. एस. सिद्धार्थ ने कहा, “यह नया टर्मिनल भवन न केवल पटना एयरपोर्ट की तस्वीर बदल देगा, बल्कि यात्रियों को बेहतर और आधुनिक सुविधा भी उपलब्ध कराएगा। सरकार इस क्षेत्र में लगातार निवेश कर रही है ताकि राज्य की राजधानी का एयर कनेक्टिविटी और यात्रा अनुभव बेहतर हो।”
पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के शुरू होने से यहां के यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा और एयरपोर्ट की क्षमता भी काफी बढ़ जाएगी। पुराने टर्मिनल भवन को बंद कर देने से यात्रियों को बेहतर और सुव्यवस्थित सेवा प्रदान की जा सकेगी। बिहार सरकार और एयरपोर्ट प्रशासन का यह प्रयास राज्य में वायु यातायात को और अधिक सशक्त और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।