देश में हृदय रोगों की बढ़ती घटनाओं और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया की जरूरत को देखते हुए रोटरी क्लब आरा द्वारा मेदांता अस्पताल, पटना की विशेषज्ञ टीम के सहयोग से एक महत्वपूर्ण हृदय स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आरा कलेक्ट्रेट के सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें 120 से अधिक सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य: जीवनरक्षक तकनीकों की व्यवहारिक जानकारी देना
इस पहल का मुख्य उद्देश्य हार्ट अटैक की प्रारंभिक पहचान, रोकथाम और आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक उपचार (सीपीआर) की सटीक तकनीकों की जानकारी देना था। मेदांता अस्पताल से आए वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीत कुमार एवं समन्वयक कुंदन कुमार ने हार्ट अटैक से संबंधित चेतावनी संकेत, जोखिम कारक, बचाव के उपायों और तुरंत उठाए जाने वाले कदमों की विस्तृत जानकारी दी।

सीपीआर (CPR) का लाइव डेमो: जीवन रक्षक तकनीक का प्रशिक्षण
कार्यक्रम की सबसे खास बात रही सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) तकनीक का लाइव डेमो, जिसे डॉक्टरों की टीम ने प्रैक्टिकल रूप में दिखाया। उपस्थित सभी प्रतिभागियों को न केवल इस प्रक्रिया को देखने का मौका मिला, बल्कि उन्होंने स्वयं भी इसका अभ्यास किया।
डॉ. संजीत कुमार ने बताया,
“हार्ट अटैक के दौरान यदि पहले 5 मिनट में सीपीआर सही तरीके से किया जाए, तो रोगी के जीवित रहने की संभावना दोगुनी हो जाती है। इसके लिए आम लोगों को प्रशिक्षित करना बेहद जरूरी है।”

रोटरी क्लब की भूमिका: सामाजिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता
रोटरी क्लब आरा के जिला अध्यक्ष श्री रामकुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा,
“अक्सर हम सुनते हैं कि कोई व्यक्ति अचानक गिर पड़ा और उसकी मृत्यु हो गई। ऐसे में यदि आस-पास मौजूद व्यक्ति को सीपीआर आता हो, तो वह एक जीवन बचा सकता है। मुझे गर्व है कि मेदांता की टीम ने आकर हमारे अधिकारियों और कर्मचारियों को यह अमूल्य ज्ञान दिया।”
इस प्रशिक्षण के पश्चात सभी प्रतिभागियों को रोटरी क्लब की ओर से प्रमाण-पत्र (सर्टिफिकेट) प्रदान किया गया, जिससे वे अब सीपीआर प्रशिक्षित नागरिक माने जा सकते हैं।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति और सहभागिता
इस जागरूकता कार्यक्रम में कई प्रशासनिक एवं सामाजिक क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:
- शशि शेखर (एडीएम, भोजपुर)
- बलदेव चौधरी (एडीएम, लोक निवारण, भोजपुर)
- सिद्धार्थ केशरी (ईडीसी, भोजपुर)
- डॉ. अर्चना सिंह, डॉ. प्रतीक (सदर अस्पताल, आरा)
- के.आर. सिंह (एजीई, रोटरी क्लब)
- रामेश्वर प्रसाद, अरविंद सिंह, दिलीप सिंह, पंकज प्रभाकर, अखिलेश्वर प्रसाद (कोषाध्यक्ष)
- मंजीत आनंद, राजेश कुमार, चौधरी सुरेश सिंह, अवधेश कुमार पांडे – जिन्होंने कार्यक्रम के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई।
ऐसी पहलें बदल सकती हैं जीवन
स्वास्थ्य सेवाओं की जागरूकता और आपातकालीन प्रतिक्रिया तकनीकों की जानकारी आज समय की मांग बन चुकी है। रोटरी क्लब आरा और मेदांता अस्पताल की इस साझेदारी ने एक सफल उदाहरण प्रस्तुत किया है कि सामाजिक संगठन, स्वास्थ्य संस्थान और प्रशासन मिलकर कैसे लोगों को जीवनरक्षक ज्ञान दे सकते हैं।
इस पहल के ज़रिए भोजपुर जिले के 100+ अधिकारी अब प्रशिक्षित CPR रिस्पॉन्डर बन चुके हैं, जो ज़रूरत पड़ने पर न केवल कार्यालयों में बल्कि समाज में भी जीवन बचा सकेंगे।