अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के निर्देशानुसार देशभर में चल रहे ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम की श्रृंखला में भोजपुर जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा आयोजित संवाद सत्र शनिवार को होटल ग्रांड, आरा में भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष अशोक राम ने की, जबकि आयोजन की रूपरेखा और समन्वय में पूर्व विधान पार्षद डॉ अजय कुमार सिंह की प्रमुख भूमिका रही। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राजस्थान के दो बार के विधायक मुकेश भाखर विशेष रूप से उपस्थित रहे। संचालन डॉ अमित कुमार द्विवेदी और धन्यवाद ज्ञापन जितेंद्र शर्मा द्वारा किया गया।
शिक्षा का बजट, युवाओं की चिंता और कांग्रेस की आवाज़
मुख्य वक्ता विधायक मुकेश भाखर ने छात्रों से सीधा संवाद करते हुए वर्तमान सरकार की नीतियों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “आज शिक्षा का बजट घटाया जा रहा है, विश्वविद्यालयों की फीस लगातार बढ़ रही है और छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं के नाम पर आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इन हालातों में यह सवाल उठाना ज़रूरी है — क्या यह वही नया भारत है, जिसका सपना दिखाया गया था?”
उन्होंने वादा किया कि यदि बिहार और केंद्र में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो छात्रों का सारा शैक्षणिक ऋण पूरी तरह माफ किया जाएगा। उनके इस बयान पर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।

संवाद से समाधान तक — शिक्षा के सवाल पर कांग्रेस गंभीर
कार्यक्रम के संयोजक और पूर्व विधान पार्षद डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि सरकारें चाहे जितनी भी शिक्षा को प्राथमिकता का दावा करें, ज़मीनी सच्चाई इससे कोसों दूर है। उन्होंने कहा, “बिहार में लाखों छात्र वर्षों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन नियुक्तियां लगातार टल रही हैं। परीक्षा की प्रक्रिया भ्रष्टाचार और लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। छात्रों की मेहनत और सपनों के साथ यह अन्याय अब नहीं चल सकता।”
“हम सिर्फ विरोध नहीं, बदलाव चाहते हैं” — अशोक राम
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अशोक राम ने अपने संबोधन में कांग्रेस की वैचारिक प्रतिबद्धता और जनहित के मुद्दों पर उसकी स्पष्ट सोच को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ विरोध करना नहीं, बल्कि देश की दिशा और दशा को बदलना है। शिक्षा आज एक वर्ग विशेष की पहुंच तक सीमित होती जा रही है — यह अस्वीकार्य है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गांव, शहर, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक — हर वर्ग के छात्रों को समान अवसर मिले।”
उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष की यह ज़िम्मेदारी है कि वह युवाओं की आवाज़ को संसद तक पहुंचाए, और कांग्रेस इस भूमिका को पूरी ईमानदारी के साथ निभाएगी।

भाजपा सरकार के खिलाफ उभरा युवाओं का असंतोष
कार्यक्रम में शामिल युवाओं ने भी खुलकर अपनी बात रखी। कई छात्रों ने सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी, परीक्षा स्थगन, शिक्षा ऋण की कठिन शर्तों, और महंगी होती उच्च शिक्षा पर चिंता जताई। एक छात्र ने कहा, “हमसे कहा गया था कि डिग्री के बाद नौकरी मिलेगी, लेकिन अब डिग्री के बाद बेरोजगारी और कर्ज़ ही मिल रहा है।”
इस मंच के माध्यम से कांग्रेस ने शिक्षा को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाने का प्रयास किया है और युवाओं के साथ एक सक्रिय संवाद की नींव रखी है।
कार्यक्रम में शामिल रहे प्रमुख लोग
कार्यक्रम में भोजपुर जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अशोक राम, मुख्य अतिथि विधायक मुकेश भाखर, कार्यक्रम संयोजक डॉ अजय कुमार सिंह, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व सचिव बैद्यनाथ शर्मा, प्रो. सुरेंद्र नारायण सिंह, प्रो. बलिराज ठाकुर, डॉ शशि सिंह, सत्यप्रकाश राय, डॉ अमित कुमार द्विवेदी, युवा कांग्रेस के जिला आब्जर्वर पुष्पेंद्र साहू, जितेन्द्र शर्मा, संतोष पाण्डेय, उपेंद्र सिंह मुखिया, डॉ आलोक सिंह, अभिषेक द्विवेदी, शिवजी उपाध्याय, घनशयाम उपाध्याय, राजेंद्र ओझा, सत्यनारायण लाल, प्रभा सिंह यादव, डॉ मालती पाण्डेय, अरशद रिजवी, बिजली बाबा, फजलुर्रहमान, श्रीकांत पाण्डेय, कमला पासवान, रामानुज दुबे, लुटावन राम चौरसिया, रवि राम, गजेंद्र चौधरी, अखिलेश्वर सिंह, बद्री विशाल सिंह, डॉ शिव नाथ राम, नेहरू जी, शशिकांत तिवारी, अशोक सिंह, ललन कुशवाहा, सत्यदेव सिंह सहित जिले भर से आए सैकड़ों कार्यकर्ता एवं छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
शिक्षा से ही राष्ट्र का पुनर्निर्माण संभव
‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम न केवल एक राजनीतिक आयोजन था, बल्कि यह छात्रों, युवाओं और समाज के संवेदनशील वर्गों की पीड़ा, आकांक्षाओं और संघर्षों की अभिव्यक्ति का एक मजबूत मंच साबित हुआ। कांग्रेस ने इस कार्यक्रम के ज़रिए स्पष्ट संकेत दिया है कि वह शिक्षा और युवाओं के मुद्दों को भविष्य की राजनीति का केंद्रीय एजेंडा बनाएगी।