Friday, September 5, 2025
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Operation Sindoor: सेक्युलर भारत की तस्वीर—शहीद इम्तियाज बने राष्ट्रीय एकता के प्रतीक,अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब

पटना एयरपोर्ट पर एक गहरे और अविस्मरणीय शोक की लहर दौड़ गई जब जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के वीर बेटे मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ पटना लाया गया। बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर, मोहम्मद इम्तियाज पाकिस्तान द्वारा एलओसी पर की गई गोलीबारी में शहीद हो गए थे। उनकी शहादत ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे बिहार और देश को गहरा सदमा पहुंचाया है।

पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी दी गई। इस मौके पर राजनीति के विभिन्न दिग्गजों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री नितिन नवीन, मंत्री श्रवण कुमार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल समेत अन्य गणमान्य नेता और अधिकारी मौजूद थे। सभी ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अद्वितीय बलिदान की सराहना की।

शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे प्रमुख नेता

श्रद्धांजलि सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, “पूरा देश मोहम्मद इम्तियाज के परिवार के साथ खड़ा है। उनकी शहादत ने हम सभी को गौरव महसूस कराया है। हम उनके परिवार के साथ हर मुश्किल घड़ी में खड़े हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “बिहारी कभी भी अपने देश के लिए शहादत देने से पीछे नहीं हटते, हमें उन पर गर्व है।”

तेजस्वी यादव ने भारतीय एकता को लेकर कहा, “हमारे देश की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि यहां धर्म और जाति से ऊपर उठकर लोग अपने देश की रक्षा के लिए एकजुट हो जाते हैं। मोहम्मद इम्तियाज ने अपनी शहादत से यही सिद्ध कर दिया।” उनका यह बयान राष्ट्रीय एकता और सैनिकों के प्रति सम्मान को दर्शाता है।

शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा

शहीद इम्तियाज के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद, इसे उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा, जहां उनके परिजनों और ग्रामीणों की अंतिम श्रद्धांजलि के बाद उन्हें दफनाया जाएगा। उनके गांव में लोगों का आना-जाना जारी है, और पूरे गांव में गम का माहौल है। शहीद की शहादत ने न केवल उनके परिवार बल्कि समूचे राज्य को गहरी शोक संतप्त कर दिया है।

पटना में गूंजे वीर शहीद अमर रहे के नारे

एयरपोर्ट पर जब शहीद इम्तियाज का पार्थिव शरीर रखा गया, तो “वीर शहीद अमर रहे” के नारे गूंज उठे। यह नारे शहीद जवान को दी गई अंतिम श्रद्धांजलि के प्रतीक बने। लोग उमड़कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आए थे। इस दृश्य ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत एक ऐसा देश है जहां सैनिकों का बलिदान कभी बेकार नहीं जाता। वे राष्ट्र के असली नायक होते हैं, जिनकी शहादत से पूरी जनता का दिल गर्व से भरा रहता है।

राजनीतिक नेता और आम लोग एकजुट

श्रद्धांजलि सभा में मौजूद नेताओं के साथ-साथ आम लोग भी इस मौके पर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे। उनका यह कदम इस बात का प्रतीक है कि मोहम्मद इम्तियाज का बलिदान न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है। हर कोई उनके बलिदान को नमन कर रहा है और उनका शोक मना रहा है।

पारिवारिक और सामुदायिक समर्थन

शहीद मोहम्मद इम्तियाज की शहादत ने उनके परिवार के लिए तो कठिनाई और दर्द लाया है, लेकिन यह उनके परिवार के भीतर एक नई ताकत का भी संचार कर गया है। उनके माता-पिता और पत्नी के लिए यह समय बहुत कठिन है, लेकिन एक सैनिक परिवार का गर्व यह है कि उनका बेटा या पति देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दे चुका है। उनके परिजनों ने भी शहीद इम्तियाज की शहादत पर गर्व महसूस किया और कहा कि वे हमेशा अपने बेटे के बलिदान को याद रखेंगे।

नवीन भारत की निर्माण में शहीदों का योगदान

यह घटना इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि हमारे सैनिक केवल सीमा पर नहीं लड़ते, बल्कि वे हमारे राष्ट्र की अखंडता और सुरक्षा की नींव भी रखते हैं। शहीदों की शहादत, चाहे वह छोटे गांव के हों या बड़े शहरों के, देश की एकता और सुरक्षा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। शहीद इम्तियाज ने जिस तरह अपने जीवन को देश की रक्षा में न्योछावर किया, वह हम सभी के लिए एक प्रेरणा बन चुका है।

आज की श्रद्धांजलि सभा ने यह संदेश दिया कि राजनीति, समाज और धर्म से ऊपर उठकर हर भारतीय एकजुट हो सकता है, खासकर जब राष्ट्र की सुरक्षा की बात होती है। मोहम्मद इम्तियाज जैसे वीरों के बलिदान से देश एक कदम और मजबूती की ओर बढ़ता है।

यह घटना न केवल शहीद जवान के परिवार के लिए एक कठिन समय है, बल्कि यह पूरे राज्य और देश के लिए एक दुखद पल है। शहीद इम्तियाज के पार्थिव शरीर को पटना एयरपोर्ट पर सम्मान और श्रद्धांजलि देने का यह दृश्य देशवासियों को यह सिखाता है कि राष्ट्र की सेवा में बलिदान देने वाले वीरों की शहादत कभी व्यर्थ नहीं जाती। वे हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहते हैं और उनके द्वारा दिखाए गए साहस और बलिदान की प्रेरणा हम सभी को मिलती रहती है।

Amlesh Kumar
Amlesh Kumar
अमलेश कुमार Nation भारतवर्ष में सम्पादक है और बीते ढाई दशक से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिकता जगत की अनुभव के साथ पंजाब केशरी दिल्ली से शुरुवात करते हुए दिनमान पत्रिका ,बिहारी खबर, नवबिहार, प्रभात खबर के साथ साथ मौर्य टीवी, रफ्तार टीवी,कशिश न्यूज, News4Nation जैसे मीडिया हाउस में काम करते राजनीति, क्राइम, और खेल जैसे क्षेत्रों में बेबाक और बेदाग पत्रकारिता के लिए जाने जाते है।

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