Operation sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम से एक नया सीजफायर लागू हो गया है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा की गई है। इस संघर्ष विराम के बारे में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि यह युद्धविराम भारत की शर्तों पर हुआ है, और दोनों देशों के बीच पांच बजे से शांति स्थापित करने पर सहमति बनी है। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फोन पर भारत के डीजीएमओ से संपर्क किया था, और दोनों देशों ने आपसी सहमति से संघर्ष विराम लागू करने का फैसला लिया है। हालांकि, भारत ने साफ तौर पर यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति पर पूरी तरह से अडिग रहेगा।
अमेरिका की मध्यस्थता का दावा और भारत की प्रतिक्रिया
इस संघर्ष विराम के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दावा किया था कि अमेरिका के मध्यस्थता के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर सहमति बनी है। हालांकि, भारत ने इस दावा को सिरे से नकारते हुए स्पष्ट किया कि यह युद्धविराम दोनों देशों के बीच बातचीत और भारत की शर्तों पर हुआ है, न कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब अगर पाकिस्तान की ओर से कोई भी आतंकी हमला होता है, तो उसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और उस पर उसी रूप में कड़ा जवाब दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा बैठक और पाकिस्तान की उकसावे की हरकतें
इस बीच, शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान की हालिया हरकतों को ‘उकसावे वाली और खतरनाक’ करार दिया। उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह पाकिस्तान एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने श्रीनगर पर हमले की कोशिश की, जिसको भारतीय सेना ने तुरंत मुंहतोड़ जवाब दिया।
पाकिस्तान की ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिशें
इससे पहले शुक्रवार रात और शनिवार सुबह पाकिस्तान ने भारत की सीमा से लगे कई जिलों में ड्रोन हमले किए थे। हालांकि, भारत की एयर डिफेंस सिस्टम ने इन ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया। जम्मू, श्रीनगर, सांबा, पठानकोट, बाड़मेर और अन्य बॉर्डर इलाकों में ब्लैकआउट और धमाकों की खबरें आईं, जो पाकिस्तान के उकसावे की कार्रवाइयों को दर्शाती हैं।
पाकिस्तान के झूठे आरोप और भारत की स्थिति
कर्नल सोफिया कुरैशी ने एक बयान में पाकिस्तान के झूठे आरोपों का खंडन करते हुए कहा, “पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने अपने JF 17 जेट्स से हमारे S400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाया, लेकिन यह दावा पूरी तरह से गलत है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने यह भी गलत सूचना फैलाई कि उसने हमारे प्रमुख हवाई अड्डों जैसे सिरसा, जम्मू, पठानकोट, भटिंडा, नलिया और भुज को नुकसान पहुंचाया है, जो भी पूरी तरह से झूठा है।” कर्नल सोफिया ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर मस्जिदों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था, जो कि एक और झूठा आरोप है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और हमारी सेना भारत के संवैधानिक मूल्यों का एक आदर्श उदाहरण है।
भारत की अडिग नीति और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा संदेश
इस संघर्ष विराम के बावजूद, भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी नीति आतंकवाद के खिलाफ सख्त रहेगी और किसी भी तरह के आतंकवादी हमले को गंभीरता से लिया जाएगा। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अगर अपने नापाक मंसूबों को जारी रखता है, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। भारत ने यह सुनिश्चित किया कि उसकी सेना पूरी तरह से तैयार है और अगर किसी भी प्रकार की आक्रामकता का सामना किया गया, तो उसे उसी अनुपात में जवाब दिया जाएगा।
संकट और कूटनीति का संवेदनशील खेल
भारत और पाकिस्तान के बीच यह संघर्ष विराम एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है, जहां दोनों देशों के संबंधों को प्रभावित करने वाली कई कूटनीतिक और सैन्य रणनीतियाँ हैं। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपनी सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं करेगा, और किसी भी प्रकार के उकसावे का कड़ा जवाब देगा। इस संघर्ष विराम के साथ, दोनों देशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार के संघर्ष से बचने के लिए दीर्घकालिक शांति की दिशा में काम करें।
यह संकट और संघर्ष विराम न केवल भारत और पाकिस्तान के संबंधों को प्रभावित करेगा, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश भेजेगा कि किसी भी देश को आतंकवाद या युद्ध की धमकियों को स्वीकार नहीं किया जा सकता। अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान अपनी नीति को किस तरह से आकार देता है और क्या वह भविष्य में इस संघर्ष विराम का पालन करेगा या फिर से भारत के खिलाफ किसी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई करेगा।