आरा में आरवीस पब्लिक स्कूल के खेल मैदान पर शनिवार को आयोजित पाँचवीं सीनियर महिला टग ऑफ वॉर राज्य प्रतियोगिता 2025 में भोजपुर की महिला टीम ने कैमूर को 2-0 से हराकर विजेता ट्रॉफी अपने नाम की। इस रोमांचक मुकाबले में कुल 16 जिलों की महिला टीमों ने भाग लिया, और भोजपुर ने अपने शानदार खेल कौशल से न केवल कैमूर, बल्कि शेखपुरा, अरवल, पश्चिम चंपारण, नवादा जैसे टीमों को भी करारी शिकस्त दी।
प्रतियोगिता का आयोजन राज्य स्तर पर किया गया था, और इसने पूरे भोजपुर जिले में खेल प्रेमियों को आकर्षित किया। फाइनल मैच में भोजपुर की टीम ने अपनी पूरी ताकत और प्रतिबद्धता के साथ कैमूर को हराया, जो कि एक सम्मानजनक और प्रेरणादायक जीत थी।

भोजपुर की महिला खिलाडियों ने दिखाया अद्वितीय कौशल
भोजपुर का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला खिलाडियों में साक्षी सिंह, नेहा कुमारी, दिव्या रौशन, श्रुति कुमारी, ज्योति कुमारी, चंदा कुमारी, तनुश्री मल, प्रगति, जिकरा जमाल, आकर्षिता और राज नंदनी ने अपनी कड़ी मेहनत और शानदार खेल कौशल से टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन खिलाडियों ने प्रतियोगिता के दौरान अपने दम पर सभी मुकाबलों को जीतने का प्रयास किया और अंत में टीम की विजय सुनिश्चित की।
प्रतियोगिता का रोमांच इस कदर हावी रहा कि मैदान भर गया और दर्शकों ने अपनी जोरदार तालियों से प्रतियोगिता का उत्साह और बढ़ाया। स्थानीय लोगों द्वारा गाए गए “भोजपुर, भोजपुर” के नारों ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया और उनकी जीत को संभव बना दिया।

पुरस्कार वितरण और आयोजन की सफलता
विजेता टीम को भा.ज.पा. के वरिष्ठ नेता सूर्यभान सिंह, विद्यालय की निदेशक डॉ. कांति सिंह और डॉ. उर्मिला सिंह ने संयुक्त रूप से सम्मानित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण की ओर भोजपुर की महिलाओं की भूमिका की सराहना की और भविष्य में इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रतियोगिता के सफल आयोजन में रैफरी नितिन राठौर और उपेंद्र यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने मुकाबलों के दौरान निष्पक्षता बनाए रखी। कार्यक्रम का संचालन तकनीकी समिति के अध्यक्ष चन्दन पाण्डेय ने किया, और धन्यवाद ज्ञापन का कार्य राज्य संघ की सचिव श्रीमती नीतू कुमारी ने किया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती अमृता सिसोदिया, उप-प्राचार्या श्रीमती शिवानी रॉय, और कई सम्मानित समाजसेवी भी मौजूद थे। इनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी समृद्ध और प्रेरणादायक बना दिया।

भोजपुर की जीत और महिला सशक्तिकरण की ओर एक कदम
यह जीत न केवल भोजपुर की महिलाओं के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह पूरे राज्य में महिला सशक्तिकरण और खेलों के महत्व को उजागर करता है। भोजपुर की टीम ने न केवल अपनी खेल क्षमता को साबित किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि जब महिलाएं ठान लें, तो वे किसी भी चुनौती को पार कर सकती हैं। इस प्रतियोगिता ने यह भी साबित किया कि खेल के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है और महिलाओं को समान अवसर प्रदान किया जा सकता है।