बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ उस समय आया जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित अखिल भारतीय पासी समाज सह ताड़ी व्यवसायी महाजुटान में स्पष्ट शब्दों में एलान कर दिया कि अगर उनकी सरकार बनी तो पहली कैबिनेट बैठक में ताड़ी पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया जाएगा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पासी समाज के लोग पहुंचे थे, जिन्होंने अपनी पारंपरिक आजीविका ताड़ी व्यवसाय को बचाने के लिए एकजुटता दिखाई। मंच पर पहुँचते ही तेजस्वी यादव ने पासी समाज के प्रतीक लंबनी को हाथ में उठाकर संदेश दिया कि वे उनके साथ हैं।
शराबबंदी से पासी समाज को हुआ भारी नुकसान: तेजस्वी यादव का आरोप
तेजस्वी यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“शराबबंदी कानून का सबसे बड़ा खामियाजा पासी समाज को भुगतना पड़ा है। ताड़ी उनका परंपरागत जीविका साधन है और इस पर प्रतिबंध लगाकर नीतीश कुमार ने उनकी रोटी-रोजी छीन ली।”
उन्होंने कहा कि पासी समाज जातीय जनगणना के अनुसार बिहार की जनसंख्या का लगभग 1% है, और 76% लोग भूमिहीन हैं। तेजस्वी का दावा था कि शराबबंदी कानून के तहत हजारों पासी समाज के लोगों को जेलों में डाला गया, जिससे उनका सामाजिक और आर्थिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
ताड़ी को उद्योग का दर्जा देने का वादा
तेजस्वी यादव ने यह भी ऐलान किया कि उनकी सरकार न सिर्फ ताड़ी पर से प्रतिबंध हटाएगी, बल्कि ताड़ी व्यवसाय को ‘उद्योग’ का दर्जा देकर पासी समाज को सम्मानजनक रोजगार का अवसर भी देगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि 2015 में लालू यादव और उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ताड़ी को शराबबंदी कानून से बाहर रखने का अनुरोध किया था, लेकिन नीतीश ने इसे नजरअंदाज कर ‘नीरा योजना’ का प्रस्ताव दिया जो बुरी तरह विफल रही।
अब्दुल बारी सिद्दीकी का समर्थन
सभा में राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी मंच से आश्वासन दिया:
“अगर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद सरकार बनी, तो पहली कैबिनेट बैठक में ताड़ी पर प्रतिबंध हटाना हमारी प्राथमिकता होगी।”
सिद्दीकी ने यह भी कहा कि ताड़ी को परंपरागत पेय मानते हुए उसके व्यवसाय को कानूनी संरक्षण दिया जाएगा।
उम्र कच्ची है, जबान नहीं: तेजस्वी का नीतीश और भाजपा पर तीखा हमला
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा,
“मेरी उम्र भले कच्ची हो, मगर मेरी जबान और इरादे पक्के हैं। मैंने वादा किया था कि युवाओं को नौकरी दूंगा और मैंने दिया।”
उन्होंने बताया कि आरक्षण की सीमा को 65% तक बढ़ाकर सामाजिक न्याय को मजबूती दी गई। भाजपा पर आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों को लड़ाती है और ‘बड़का झूठा पार्टी’ बन गई है।
तेजस्वी ने दावा किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जनता धार्मिक ध्रुवीकरण के जाल में नहीं फंसेगी और विकास के मुद्दे पर वोट देगी।
सम्राट चौधरी और दिलीप जायसवाल पर भी साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा,
“लालू यादव ने ही सम्राट चौधरी को मंत्री और विधायक बनाया था। आज वही सम्राट पिछवाड़े के रास्ते से राजनीति कर रहे हैं। लालू जी का नाम लिए बिना इनकी राजनीति नहीं चलती।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब सम्राट चौधरी भाजपा में हैं, इसलिए लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। साथ ही तेजस्वी ने दिलीप जायसवाल को भी चेताया कि
“हम सत्ता में आने का सपना नहीं देखते, हम सपनों को हकीकत में बदलते हैं।”
चुनावी रणभूमि में ताड़ी मुद्दा बनेगा बड़ा हथियार?
तेजस्वी यादव का ताड़ी पर प्रतिबंध हटाने का वादा बिहार की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है।
- पासी समाज की नाराजगी को साधने,
- शराबबंदी की विफलताओं को उजागर करने,
- सामाजिक न्याय की नई इबारत लिखने के प्रयास के रूप में
राजद ने ताड़ी व्यवसाय का मुद्दा प्रमुखता से उठा दिया है।
बिहार में 2025 का चुनाव सामाजिक न्याय, बेरोजगारी, शराबबंदी और जातीय गणना जैसे कई बड़े मुद्दों के बीच लड़ा जाएगा। तेजस्वी यादव के इस कदम से पासी समाज के अलावा अन्य वंचित वर्गों का भी समर्थन जुटाने की कोशिश साफ दिखाई दे रही है।