बिहार के कटिहार जिले से कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाली एक बड़ी घटना सामने आई है। डंडखोरा थाना परिसर में शनिवार सुबह उग्र ग्रामीणों और परिजनों ने शराब तस्करी के आरोपी को छुड़ाने के प्रयास में पुलिस पर जबरदस्त हमला बोल दिया। लाठी-डंडों से लैस भीड़ ने थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों को बुरी तरह पीट दिया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को छह राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई।
गिरफ्तारी से बौखलाई भीड़ ने बोला हमला
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने शुक्रवार देर शाम शराब तस्करी के आरोप में सुरज कुमार को गिरफ्तार किया था और उसे आज न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी चल रही थी। लेकिन शनिवार सुबह आरोपी के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट होकर थाने पहुंचे और सूरज को छुड़ाने के लिए जोरदार हंगामा शुरू कर दिया।
थाना परिसर में पहले तो पुलिस और ग्रामीणों के बीच तेज बहस हुई, लेकिन जल्द ही मामला बिगड़ गया। उग्र भीड़ ने लाठी-डंडों से लैस होकर थाने पर हमला बोल दिया और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।

पुलिस पर जानलेवा हमला, थानेदार समेत कई घायल
हमले में थाना प्रभारी समेत दो अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी पुलिस पर लाठी-डंडों से हमला किया। अचानक हुए इस हमले ने थाना परिसर को रणक्षेत्र में बदल दिया।
आत्मरक्षा में पुलिस ने चलाई फायरिंग
पुलिस ने स्थिति को बिगड़ते देख अपनी आत्मरक्षा में छह राउंड हवाई फायरिंग की। फायरिंग के बाद भीड़ में भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। इसके बाद पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाया।
कई हमलावर गिरफ्तार, इलाके में तनाव
पुलिस ने मौके से कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी और इंस्पेक्टर सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। पूरे क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।

उच्चाधिकारियों ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
कटिहार के वरीय पुलिस अधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए थाने पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी ले रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि हमला करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। इस पूरी घटना ने एक बार फिर बिहार में कानून व्यवस्था की चुनौतियों को सामने ला दिया है।