Bihar news | शहजाद आलम | आजादी के बाद पहली बार भोजपुर जिले के तरारी प्रखंड के डिलिया गांव ने एक ऐतिहासिक दिन देखा जब बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने यहां कदम रखा। राज्यपाल ने डिलिया गांव में नवनिर्मित 100 बेड वाले मूनशांति मेमोरियल अस्पताल का विधिवत उद्घाटन फीता काटकर किया। इस अवसर पर तरारी क्षेत्र के लोगों में खासा उत्साह और खुशी का माहौल देखने को मिला।

इलाके के विकास में मील का पत्थर साबित होगा अस्पताल: राज्यपाल
राज्यपाल ने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि:
“तरारी प्रखंड जैसे ग्रामीण क्षेत्र में एक आधुनिक अस्पताल की स्थापना यहां के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात है। इससे पहले स्थानीय मरीजों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दूर-दराज के शहरों का रुख करना पड़ता था। अब यह अस्पताल स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।“
उन्होंने अस्पताल के निदेशक एवं प्रबंधन समिति को इस पहल के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से ही समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया जा सकता है।
वीर बांकुरा बाबू कुंवर सिंह की धरती को किया नमन
1857 की क्रांति के महानायक वीर बांकुरा बाबू कुंवर सिंह के विजय उत्सव के अवसर पर तरारी पहुंचे राज्यपाल ने उनकी जन्मभूमि को नमन करते हुए कहा:
“आज मैं उस धरती पर आया हूं जिसने देश को आजादी की लड़ाई में अद्भुत नेतृत्व और बलिदान दिया। वीर कुंवर सिंह का त्याग और तपस्या हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।“
राज्यपाल ने कहा कि कुंवर सिंह जैसे महापुरुषों की गाथा आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रभक्ति का संकल्प देती रहेगी।
विधायक विशाल प्रशांत ने दी विकास की सौगातों की जानकारी
इस कार्यक्रम में उपस्थित तरारी विधायक विशाल प्रशांत ने कहा:
“यह तरारी के लिए गौरव का क्षण है कि आजादी के बाद पहली बार किसी राज्यपाल ने हमारे क्षेत्र का दौरा किया है।“
उन्होंने जानकारी दी कि क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई लकीर खींची जा रही है। जल्द ही तरारी में खेल मैदान, डिग्री कॉलेज, और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास कार्य शुरू होंगे। साथ ही राज्य सरकार से स्वीकृत 91 सड़कों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी शीघ्र किया जाएगा।
मीडिया से बातचीत में राज्यपाल ने मीडिया की भूमिका पर दिया वक्तव्य
उद्घाटन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि:
“मीडिया लोकतंत्र का प्रहरी है, लेकिन हाल में मेरे एक बयान को कुछ मीडिया कर्मियों ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया, जो कि दुखद है। मेरा बयान गलत संदर्भ में दिखाया गया, जिससे जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास हुआ।“
राज्यपाल ने कहा कि समाचारों की विश्वसनीयता बनाए रखना पत्रकारों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। सही तथ्यों को प्रमुखता से प्रस्तुत करना ही लोकतंत्र को मजबूत करता है।

आतंकवाद पर दिया कड़ा संदेश
पहल्गाम में हुए हालिया आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यपाल ने कहा:
“आतंकवाद मानवता के खिलाफ सबसे जघन्य अपराध है। यह भारत के खिलाफ ही नहीं, बल्कि समूची मानव सभ्यता के खिलाफ युद्ध है। जो ताकतें भारत को तोड़ना और कमजोर करना चाहती हैं, वे आतंक के माध्यम से अपने कुत्सित मंसूबे साधना चाहती हैं, जिन्हें हर हाल में पराजित करना होगा।“
उन्होंने दोहराया कि आतंकवादी जाति या धर्म से नहीं जुड़ते, वे केवल मानवता के अपराधी हैं।
आयोजन में उमड़ा जनसैलाब
राज्यपाल के आगमन पर आयोजन समिति की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया। तरारी के ग्रामीण अंचल में राज्यपाल के स्वागत में लोगों ने पारंपरिक लोकगीतों और फूल मालाओं के साथ उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी, छात्र और आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
तरारी प्रखंड के डिलिया गांव में राज्यपाल के ऐतिहासिक दौरे ने जहां इलाके में गर्व और खुशी का माहौल पैदा किया, वहीं मूनशांति मेमोरियल अस्पताल के उद्घाटन ने स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में एक नई शुरुआत की। वीर कुंवर सिंह की धरती पर यह आयोजन सामाजिक विकास और जनजागरण का प्रतीक बनकर उभरा है।