बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ‘महिला संवाद’ अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। राजधानी पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास, एक अणे मार्ग से इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत करते हुए नीतीश कुमार ने 50 विशेष प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दो महीनों के भीतर राज्य भर के 38 जिलों में करीब 2 करोड़ महिलाओं तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाना है।

यह अभियान मुख्यमंत्री की ‘प्रगति यात्रा’ का अगला चरण है, जिसमें वे पहले ही राज्य के सभी जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा कर चुके हैं। अब ‘महिला संवाद’ के माध्यम से सरकार महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण की दिशा में सीधा संवाद स्थापित कर रही है।
एकसाथ 600 स्थानों से शुरुआत
महिला संवाद अभियान का शुभारंभ राज्य के 600 स्थानों पर एकसाथ किया गया। अगले दो महीनों में हर दिन औसतन 1,200 संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। केवल पटना जिला में ही 1,395 कार्यक्रम प्रस्तावित हैं।
इस दौरान 1.35 लाख जीविका दीदियां सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर महिलाओं को जागरूक करेंगी। इस योजना के तहत 600 प्रचार वाहन गांव-गांव जाकर योजनाओं की जानकारी साझा करेंगे।
महिला सशक्तिकरण पर फोकस
‘महिला संवाद’ अभियान के तहत महिलाओं को विभिन्न सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों से अवगत कराया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- महिला सशक्तिकरण नीति 2015
- महिला आरक्षण योजना
- जीविका योजना
- मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना
- बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन अभियान
- नशामुक्ति अभियान
- बालिका पोशाक योजना
यह पहल केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं को इन कार्यक्रमों में भागीदारी के लिए प्रेरित करने का भी लक्ष्य रखती है।
डेटा बॉक्स: महिला संवाद की प्रमुख बातें
श्रेणी | विवरण |
---|---|
कार्यक्रम का नाम | महिला संवाद |
अभियान अवधि | अप्रैल 2025 से जून 2025 (2 महीने) |
लक्षित संख्या | 2 करोड़ महिलाएं |
पहले दिन कार्यक्रम | 600 स्थानों पर |
प्रतिदिन आयोजन | 1,200 स्थानों पर औसतन |
प्रचार वाहन | 600 विशेष वाहन |
प्रमुख भागीदार | 1.35 लाख जीविका दीदियां |
प्रमुख योजनाएं | महिला आरक्षण, जीविका, नशामुक्ति, कन्या उत्थान आदि |
विशेष जोर | ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं का सशक्तिकरण |
चुनावी रणनीति का विश्लेषण
महिलाओं पर केंद्रित मास्टरस्ट्रोक:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए, नीतीश सरकार ने महिला मतदाताओं को साधने के लिए ‘महिला संवाद’ अभियान शुरू किया है। राज्य में महिला वोटर्स की हिस्सेदारी लगभग 48-49% है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यदि महिलाओं का बड़ा वर्ग एकतरफा समर्थन करता है, तो चुनावी नतीजों पर निर्णायक असर पड़ सकता है।
सत्ता विरोधी लहर को साधने की कोशिश:
पिछले कुछ समय से सत्ता विरोधी माहौल को देखते हुए सरकार सकारात्मक उपलब्धियों के प्रचार पर जोर दे रही है। महिला संवाद अभियान के माध्यम से ‘जनता से संवाद’ और ‘सरकार की उपलब्धियों’ को प्रमुखता दी जा रही है।
ग्रामीण फोकस:
ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की सीधी भागीदारी सुनिश्चित कर सरकार न केवल सामाजिक आधार मजबूत कर रही है, बल्कि चुनावी समीकरणों को भी अपने पक्ष में साधने की रणनीति पर काम कर रही है।
विपक्ष के लिए कड़ी चुनौती:
राजद, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के महिला मोर्चा अभियानों को काटने के लिए यह अभियान बड़ी रणनीति बनकर उभरा है। नीतीश कुमार अपनी सरकार को महिलाओं का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।