पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के पालीगंज विधानसभा के पालीगंज प्रखंड में हाल ही में नव मनोनीत बीस सूत्री प्रखंड स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का मनोनयन किया गया। इस अवसर पर जेडीयू नेता, राज्य खाद आयोग के पूर्व सदस्य, सह जेडीयू राज्य कार्यकारणी सदस्य एवं पालीगंज विधानसभा से NDA गठबंधन के खिलाफ जेडीयू के विधायक पद के लिए भावी उम्मीदवार नंदकिशोर कुशवाहा ने घर-घर जाकर अंग वस्त्र के माध्यम से सदस्यों को सम्मानित करते हुए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने इस अवसर पर सभी नव मनोनीत सदस्यों के सुनहरे भविष्य की मंगलकामना करते हुए कहा कि ये मनोनयन जेडीयू संगठन की मजबूती का प्रतीक है, जिससे पार्टी के आधार में निखार आएगा।

कार्यक्रम के दौरान, विभिन्न प्रखंडों से मनोनित अध्यक्ष एवं सदस्यों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें पालीगंज, दुल्हिन बाजार, ग्राम धरहरा, ग्राम लालगंज, ग्राम जरखा, ग्राम पुरानी सरैया, ग्राम खानपुरा एवं मसौढ़ी कला प्रमुख रहे। उदाहरण के तौर पर, मिथिलेश कुमार (प्रखंड अध्यक्ष), उत्तम कुमार, लवकुश कुमार, जितेंद्र कुमार राम, मनोज कुशवाहा, संदीप गुप्ता एवं नरेश चंद्रवंशी को उनके आवास पर जाकर, अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही, जेडीयू प्रखंड उपाध्यक्ष राजीव रंजन, सोनी देवी परियो एवं सुधांशु पटेल जैसे सदस्यों को भी उनके पैतृक आवासों पर मिलकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पटना जिला उपाध्यक्ष रविशंकर कुशवाहा, जदयू पंचायत अध्यक्ष नीतीश पटेल एवं सुधांशु पटेल समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इन आयोजनों के माध्यम से नंदकिशोर कुशवाहा ने न केवल नव मनोनीत सदस्यों को बधाई दी, बल्कि पूरे जेडीयू संगठन के भीतर सामंजस्य और संगठनात्मक एकता को भी प्रबल करने का संदेश दिया।

समय के साथ-साथ आगामी बिहार विधानसभा चुनावों की उल्टी गिनती भी जोर पकड़ने लगी है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में, सभी पार्टियाँ अपने-अपने कल पुर्जों को सुदृढ़ करने एवं अपने कार्यकर्ताओं के संगठन को मजबूत करने में लगी हैं। इस संदर्भ में, नंदकिशोर कुशवाहा को बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण नेता माना जा रहा है, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी भी हैं। इनके प्रयासों से पालीगंज विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू का संगठनी आधार स्थिर हुआ है और मतदाताओं तथा कार्यकर्ताओं के बीच इनकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई है।
पिछले चुनावों में NDA गठबंधन के खिलाफ पालीगंज से लड़े गए उम्मीदवारों की स्थिति को देखते हुए, वर्तमान में जेडीयू के पास पालीगंज क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। पूर्व विधायक जयवर्धन यादव उर्फ बच्चा बाबू की हार और वर्तमान विधायक संदीप सौरभ की जीत के बाद उम्मीदें अब और अधिक बढ़ी हैं कि आगामी चुनावों में इस सीट पर जेडीयू की पकड़ मजबूत हो सकती है। कई विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसेमंद नेता नंदकिशोर कुशवाहा पर दांव खेलते हुए, पालीगंज से विधायक उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है।

नंदकिशोर कुशवाहा की सक्रिय नेतृत्व शैली, उनकी मिलनसार प्रवृत्ति और कार्यकर्ताओं के साथ नियमित संपर्क—गांव-घर जाकर चर्चा एवं चाय पर संवाद—उन्होंने NDA गठबंधन एवं जेडीयू के भीतर एक नई ऊर्जा का संचार किया है। इस पूरी कार्रवाई से न केवल सदस्यों के मन में उत्साह बढ़ा है, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी और NDA गठबंधन को भी व्यापक समर्थन मिलने की संभावना प्रबल हो गई है।
समय ही बताएगा कि पालीगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी मैदान में कौन किस मोर्चे पर किसे चुनता है, लेकिन इतना निश्चित है कि नंदकिशोर कुशवाहा की लोकप्रियता और संगठनात्मक क्षमता आने वाले दिनों में जेडीयू के लिए बड़ी चुनौती एवं शक्ति साबित होगी।