संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर पूरे देश के साथ-साथ बिहार में भी श्रद्धा, सम्मान और उत्साह के साथ समारोह आयोजित किए गए। बाबा साहेब की जयंती इस बार विशेष रूप से राजनीतिक दृष्टिकोण से भी प्रासंगिक रही, क्योंकि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने उनके विचारों को अपने मंच से मुखरता से प्रस्तुत किया।
बिहार के राजधानी पटना से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक—दानापुर, मनेर, बिहटा, नौबतपुर, पालीगंज, बिक्रम, दुल्हिन बाजार, मसौढ़ी और बाढ़—हर जगह अंबेडकर जयंती की धूम रही। विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों ने श्रद्धांजलि सभाओं, शोभायात्राओं और विचार गोष्ठियों का आयोजन किया।
पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल स्थित आर्य समाज मन्दिर के पुस्तकालय सभागार में आधुनिक भारत के शिल्पकार, भारतीय संविधान के जनक, शोषितों, पीड़ितों, अछूतों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं के मुक्तिदाता, बोधिसत्व, भारत रत्न, बाबा साहब डॉ o भीम राव अम्बेडकर की जयंती समारोह मनाई गई। आर्य समाज विकास एवं निगरानी समिति के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की जबकि डा ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने संचालन किया। भाजपा नेता रविन्द्र रंजन एवम् राज्य खाद आयोग के पूर्व सदस्य जेडीयू नेता नन्द किशोर कुशवाहा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

इस अवसर मुख्य अतिथि रहे राज्य खाद आयोग के अध्यक्ष नंदकिशोर ने संविधान निर्माता भारतरत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को उनके तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। भाजपा नेता रविन्द्र रंजन, राजकिशोर सिंह, सतीश खत्री, डॉ ज्ञान प्रकाश, महेंद्र प्रसाद समेत उपस्थित सभी अतिथियों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इस अवसर पर राज्य खाद आयोग के पूर्व सदस्य एवं राज्य कार्यकारणी सदस्य नंदकिशोर कुशवाहा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर वे भारत रत्न ही थे बल्कि वे विश्व प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षाविद्, प्रखर समाजवादी, समाज के अंतिम तबके के दबे कुचले लोगों के लिए वरदान और भगवान से कम नहीं थे। वे पहले जितने प्रासंगिक थे आज कहीं उससे और अधिक कई गुना अधिक प्रासंगिक हैं। वे समाज के सभी वर्ग के होती को ध्यान में रखते हुए विश्वस्तरीय संविधान को लिखा जिसकी कोई विश्व में जोड़ नहीं है। वे संविधान निर्माता के साथ साथ पूरे भारत के लोगों के भाग्यविधाता से कम नहीं है। भारतीय संविधान का विश्व में कोई सानी नहीं। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा आज विकास पुरूष नीतीश कुमार जी बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के नक्शे कदम चलते हुए बिहार को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से चहुमुखी विकास करते बिहार को आज बीमारू राज्य से बाहर निकाल कर उसके विकसित राज्यों की श्रेणी में ला कर खड़ा दिया। और ये सब बाबा साहेब के द्वारा लिखी गई खूबसूरत संविधान की देन है। बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की पद चिन्हों पर चलते हुए आधुनिक बिहार के निर्माता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूसरे अंबेडकर है।

वहीं समिति के लेखा निरीक्षक महेन्द्र पासवान ने सभा को संबोधित करते हुए बाबा साहब के जीवनी पर प्रकाश डाला एवम् वर्तमान समय में वैज्ञानिक एवम् तर्कपूर्ण शिक्षा पर बल दिया। समिति के प्रधान राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि बाबा साहब आजीवन देश की एकता और अखंडता के लिए संघर्ष करते रहे। सभा को संजय पासवान, वशिष्ठ पासवान, दुर्गेश नारायण, सुदर्शन पासवान, उमेश ठाकुर, महेश रंजन, रामजी चौधरी, बृज बिहारी राम, अनिल आजाद, बिमल वर्मा, मिथिलेश यादव, चन्दन विद्यार्थी, शिव शंकर, सुरेन्द्र पासवान, राम कृपाल पासवान, सिकन्दर ठाकुर सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। समिति के पुस्तकालय अध्यक्ष राज किशोर सिंह ने अन्त में सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
दूसरी तरफ ग्राम भेडहरिया इंग्लिश मे संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डाॅ भीमराव अंबेडकर जी का 134 वी जयंती समारोह केक काटकर धूम धाम से मनाया गया और इस अवसर संकल्प लिया गया कि बाबा साहेब के बिचारो पर चलने का हमेशा प्रयास करेगे । पूर्व मुखिया राकेश कुमार दास, पंचायत समिती प्रतिनिधी संजय चौधरी ,रौशन यादव, मुन्ना दास, मिथिलेश दास के साथ साथ अन्य समाजिक कार्यकर्तागण शामिल हुए।
वहीं राजद कार्यालय में भी आंबेडकर जयंती समारोह मनाई गई। जिसमें प्रखंड अध्यक्ष परमेश्वर दास, नगर अध्यक्ष शंकर यादव समेत दर्जनों राजद कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी तैलय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया।